मौसी : आओ बेटा, पहली बार हमारे घर आए हो तो आपकी खातिर में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।

गरिमा : जीजू की चिंता आप छोड़िए, इन्हें तो में देख लूँगी, क्यों जीजू?


फिर सब हंस पड़े, लेकिन मैंने देखा कि गरिमा ने फिर से मेरे लंड की तरफ देखा। इस उम्र की लड़कियों  को जब यौवन लगता है, तब वो बहुत आतुर और सेक्स के प्रति बहुत जिज्ञासु हो जाती है। अभी गरिमा ने भी अपने यौवन में कदम रखा ही था। उसके बाद में नहाने चला गया और उनका बाथरूम थोड़ा बाहर की तरफ था तो में अपने कपड़े लेकर बाहर निकल गया और मौसी किचन में चली गयी। अब में बाथरूम बंद करके चेंज करने लगा था कि अचानक मुझे लगा कि दरवाज़े पर कोई है। फिर मैंने अंजान बनते हुए तिरछी नज़र से देखा तो मुझे दरवाज़े में एक छेद दिखा, जिसमें से कोई अंदर देख रहा था। बस मुझे पता चल गया कि वो गरिमा थी और जब से उसने मेरे बॉक्सर में मेरा खड़ा लंड देखा है, वो बिल्कुल उत्तेजित हो गयी है। अब में उसे दिखाते हुए अपने कपड़े खोलने लगा, अब में सिर्फ़ अंडरवियर में था। फिर धीरे से उसकी तरफ अपनी साईड करके मैंने वो भी खोल दिया तो जैसे ही मेरा फनफनाता हुआ 8 इंच का लंड बाहर आ गया। अब मुझे गरिमा की तेज़ साँसे सुनाई देने लगी थी। फिर मैंने तेल की शीशी ली और अपने लंड पर खूब तेल डाला, जिससे वो बिल्कुल चमकदार हो गया। अब में अपने लंड का सुपाड़ा गरिमा की और करके मुठ मारने लगा और उसका नाम भी लेता रहा ओह गरिमा, आआहह गरिमा, तेरी चूची बहुत मस्त है मेरी जान, गरिमा एक रात के लिए मिल जा, तेरी चूत का उद्घाटन कर दूँ, हाय मेरी कमसिन कली, तेरी गांड में अपना लंड डालकर तुम्हें जन्नत दिखाऊँ।

अब इतने में में भी बहुत ज़्यादा आगे बड़ गया और उसके सामने ही मूठ मार दी और मैंने बहुत सारा वीर्य उसी दरवाज़े की और छोड़ा, जिससे उसे साफ दिखाई दे। अब मुझे गरिमा की साँसे और दिल की धड़कन साफ-साफ़ सुनाई दे रही थी। उसके बाद वो वहाँ से शायद चली गयी। फिर में भी नहाकर बाहर निकला और खाने की टेबल पर आ गया। अब  गरिमा वहाँ नहीं थी तो मौसी बोली कि शायद वो पढ़ रही होगी और उसे बुलाने जाने लगी। फिर मैंने कहा कि में बुला लाता हूँ, गरिमा का कमरा ऊपर था तो में ऊपर चला गया और देखा तो उसका दरवाज़ा अंदर से बंद था। फिर मैंने कान लगाकर अंदर की आवाज़ सुनने की कोशिश की तो मुझे गरिमा की ज़ोर-ज़ोर से साँसे लेने की आवाज़ आई। फिर मैंने चाबी के छेद में से देखा तो मेरी साँस थम गयी और मेरा लंड फिर से कड़क हो गया। अब अंदर गरिमा के लेपटॉप पर ब्लू फिल्म चल रही थी और गरिमा अपने दोनों पैर फैलाए बिस्तर पर पड़ी थी और उसकी पेंटी उसके घुटनों तक थी।

अब वो बिल्कुल ब्लू फिल्म की कॉपी कर रही थी और उस ब्लू फिल्म में वो लड़की जैसे-जैसे अपनी चूत  को सहला रही थी और वैसे ही गरिमा भी अपनी जवान चूत को ज़ोर-ज़ोर से हिला रही थी और बीच-बीच में बोल रही थी अया जीजू, क्या लंड है आपका? डंडे जैसा मज़बूत और लंबा, चूसने का दिल करता है मेरे जीजू, मुझे तो बस आपके लंड से चुदना है मेरे राजा, मेरे जीजू, मोटे लंड वाले जीजू अपनी गरिमा की चूत और गांड दोनों मार लो, मुझे रंडी की तरह चोदो। फिर उसके बाद दोस्तों ना तो मैंने कुछ किया और ना ही उसने। फिर उसके बाद में अपने घर आ गया ।।

धन्यवाद …

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