August 2016

चुदाई दीदी की चुदाई...आज मैं बाटूंगा कैसे पड़ोसन दीदी को चोदा,कैसे दीदी ने मेरा लण्ड चूसा,कैसे दीदी ने मुझसे चुदवाया , कैसे दीदी को नंगा कर के चोदा, दीदी की चूचियों को चूसा ,कैसे दीदी की चूत चाटी, कैसे दीदी को घोड़ी बना कर चोदा, कैसे 8 इंच का लण्ड से दीदी की चूत फाड़ी, दीदी की गांड मारी , और खड़े खड़े दीदी को चोदा । कैसे मेरी दीदी की कुंवारी चूत को ठोका । मेरे घर के बाजू में एक दीदी रहती थी, उसका नाम गीता था, वो मुझे पहले से अच्छी लगती थी। जब मैं गाँव जाता तो उसके घर में कोई ना कोई वजह से ज़रूर जाता। हम दोनों एक दूसरे के साथ खूब बातें किया करते थे।

चुदाई दीदी की चुदाई
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चुदाई दीदी की चुदाई...एक दिन की बात है रात के 8 बजे थे, जब मैं उसके घर गया तब वो अपने कमर को पकड़े हुए खड़ी थी। वो घर में अकेली थी उसका पति मुंबई गया था किसी काम के सिलसिले में। मैंने उससे पूछा- कमर क्यूँ पकड़ रखी है? तो गीता ने जवाब दिया- कमर और पीठ में बहुत दर्द है ! आपको तो मालूम ही रहेगा गाँव में ज्यादातर लोग खाना ख़ा कर सोने की तैयारी करते हैं, उस समय वहाँ कोई नहीं था। मैंने कहा- क्या मैं आपकी कमर और आपकी पीठ की मालिश करूँ? तो उसने कहा-

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 ठीक है, लेकिन कोई देख लेगा तो? इस पर मैंने कहा- अब रात हो गई है सब सोने की तैयारी कर रहे हैं, अब हमें कौन देखने वाला है। तो वो मान गई, उसने मुझे एक मलहम दिया और वो सोफे पर मेरे तरफ पीठ करके लेट गई। मैं मलहम लगा कर उसकी पीठ और दीदी की कमर की मालिश करने लगा, उसने साड़ी पहन रखी थी इसके वजह से मुझे उसकी पीठ की मालिश करते वक़्त दिक्कत हो रही थी। मैंने उसे कहा- आप अपने ब्लाउज के बटन खोलो तो मैं अच्छे से आपकी पीठ मालिश कर सकूँगा।

तो उसने वैसे ही किया, मैं उसकी पीठ की मालिश कर रहा था, उसी समय मेरा एक हाथ नीचे फिसल गया और उसके स्तन को जाकर टकराया, लेकिन वो कुछ नहीं बोली। फिर क्या था, मैं बार बार वैसे ही करता गया और उसके स्तन दबाता गया। आप ये कहानी आप रियल हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है। वो कुछ नहीं बोली, मैंने इसको इशारा समझ लिया और उसके स्तन दबाता रहा। काफ़ी देर बाद उसने कहा- अब बस करो ! बहुत हो गया। फिर मैंने मालिश करनी बंद की और मैं अपने घर आ गया।

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फिर एक घंटे बाद मैं उसके घर फिर चला गया, वो सोने की तैयारी कर रही थी। मैंने उसे पूछा- अब तुम्हारी कमर और पीठ दर्द हो रही है क्या? उसने जवाब दिया- अच्छा हुआ तूने मेरी पीठ और कमर की मालिश कर दी, नहीं तो मैं उठ नहीं पाती। फ़िर उसने कहा- आज रात तुम यहीं सो जाओ, मैं अकेली हूँ। हम सोने की तैयारी करने लगे और मैं उसके बाजू में ही लेट गया। फिर थोड़ी देर बात हमने बात की लेकिन मुझसे रहा नहीं गया। मैंने उसके वक्ष पर हाथ रख दिया, उसने मेरा प्रतिकार नहीं किया तो मैंने उसको अपने नीचे लिया और उसे चूमने लगा। उसे मालूम था कि वो मुझसे चुदने वाली है,

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वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। फिर धीरे धीरे मैंने उसकी साड़ी उसके बदन से अलग कर दी और उसका ब्लाउज से उसके स्तनों को आज़ाद कर दिया, इससे उसके स्तन उछल पड़े, उसने ब्रा नहीं पहनी थी। मैंने दीदी की एक स्तन को अपने मुँह में भर लिया और दूसरे स्तन को हाथ से रगड़ने लगा, आप ये कहानी चुदाई दीदी की चुदाई आप रियल हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है। इससे वो गर्म गर्म आहें भरने लगी। फिर उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए मैं उसके सामने बिल्कुल नंगा था। वो मेरे लंड को हाथ में लेके ऊपर नीचे करने लगी। फिर मैंने भी उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसे भी नंगा कर दिया।

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उसकी चूत पर बाल थे शायद उसने कई दिनों से अपने बाल साफ़ नहीं किए थे। उसने मुझसे कहा- मैं तुम्हारा लंड चूसना चाहती हूँ। मैंने वैसे ही किया, मैंने 69 की पोज़िशन ले ली और दीदी की मुँह में लंड डाल दिया और मैं दीदी की चूत चाटने लगा। इससे वो बेकाबू होने लगी और थोड़ी देर में वो मेरे मुँह में झड़ गई पर मेरा लंड चूसे जा रही थी। थोड़ी देर बाद मैं भी उसके मुँह में झड़ गया, वो मेरा सारा पानी पी गइ और मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया। कुछ ही पल में उसने मेरा लंड फिर से अपने मुँह में भर लिया और उसे पागलों की तरह चूसने लगी। मैं दीदी की चूत में उंगली करने लगा। इससे उससे रहा नहीं गया, मेरा लंड एकदम हो गया था, तब दीदी मुझसे बोली- अब रहा नहीं जाता, अब यह लंड मेरी चूत में डाल दे, बहुत दिन से मेरी चूत ने किसी का लंड नहीं

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देखा। मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था, मैंने उसकी कमर के नीचे एक तकिया लगाया, अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रख दिया और एक झटका दिया। इससे मेरा लंड दीदी की चूत में चला गया लेकिन उसके मुँह से चीख निकल पड़ी और कहने लगी- साले हरामी ! थोड़े धीरे कर ! तेरा लंड बहुत बड़ा है, अब तक इतना बड़ा लंड मैंने नहीं लिया अपनी चूत में ! मैं धीरे धीरे लण्ड अंदर बाहर करने लगा,आप ये कहानी आप रियल हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है। वो भी अपनी कमर उछाल कर मेरा साथ देने लगी। यह देख कर चुदाई दीदी की चुदाई मैंने और जोर से झटका मारा,

इससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया। फिर से उसकी मुख से चीख निकल पड़ी- हराम के ! मार डाला रे तूने ! ऐसे वो बड़बड़ाती रही लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था, मैं उसको चोदता गया, थोड़ी देर बाद वो भी दोबारा मेरा साथ देने लगी और नीचे से अपनी कमर उछाल रही थी। मैं समझ गया कि यह अब मूड में है, मैं उसे चोदता रहा। वो अपने मुँह से आवाज़ निकल रही थी- और ज़ोर से मेरे राजा ! और ज़ोर से ! फाड़ डाल आज मेरी चूत ! आज से मैं तेरी हो गई हूँ ! जैसे तू चोदेगा, वैसे मैं चुदूँगी ! मैंने उसे घोड़ी बना कर पीछे से दीदी की चूत में लंड डाल कर चुदाई करने लगा। मैं उसकी कमर को पकड़ कर आगे पीछे हो रहा था और वो भी मेरा साथ देते हुए खुद आगे पीछे हो रही थी, इससे मेरा पूरा लंड दीदी की चूत में जा रहा था। थोड़ी देर बाद वो झड़ गई और मेरे नीचे लेट गई लेकिन मेरा पानी आना बाकी था, मैं उसको चोदते गया और थोड़ी देर बाद मेरा निकलने वाला था तो मैंने उसे कहा- मेरा छूटने वाला है, कहाँ छोड़ूँ?

इस पर वो बोल उठी- मेरे मुँह में छोड़ ! मैं तेरा पानी पीना चाहती हूँ। मैंने लंड उसकी चूत से निकाल कर उसके मुँह में भर दिया और वो मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी। मेरा पूरा माल उसके मुँह चुदाई दीदी की चुदाई में चला गया और वो सारा चिपचिपा पानी पी गई और मेरा लंड चूस चूस कर साफ कर दिया। हम दोनो वैसे ही पड़े रहे, एक दूसरे को चूमते रहे, मेरा लंड फिर खड़ा हुआ तो इस बार मैंने उसको घोड़ी बना कर दीदी की गाण्ड मारी उसकी गाण्ड से खून निकलने लगा था क्योंकि उसने पहली बार गाण्ड मरवाई थी। मैंने मेरा पूरा पानी उसकी गांड में ही छोड़ दिया और मैं निढाल होकर उसके ऊपर ही सो गया। फिर हमें जब मौका मिलता...चुदाई दीदी की चुदाई...

कक्षा में छात्र सेक्स अध्ययन...कभी कभी उसे कुछ ना आअए तो मुझे पूछने चली आती हे मे साइन्स बुत आचे से पढ़ता हू उस दिन जब मे घर पे एकेला था तब वो आई उसने रेड टशहिर्त और नीचे केपड़ीी पहाँ न्यू एअर थी उसे साइन्स मे एक टॉपिक समाज नही आ रहा था तो वो पूछने आई थी...कक्षा में छात्र सेक्स अध्ययन
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टॉपिक था बच्चा केसे होठा हे माले और फीमेल केसे बनता हे मे उस्दीन घर पे एकेला ही था तो मेने सिर्फ़ ट्रॅक पहाँ रखा था अंडर कुछ नही पहाँा था. मे सोफे पर बेठा था और वो मेरे बाजू मे आके बेठ गई एकदम करीब आके उसके पर मेरे पर से टच हो रहे थे और मेरी कोहाँी उसके नाज़ुक छोटे छोटे बूब्स को चुसके आएसए हम दोनो बेठे हुए थे मे उसे टॉपिक संजने लगा उसमे एक वर्ड आया की लिंग कक्षा में छात्र सेक्स अध्ययन
उसे समाज नही आया उसने पूछा की ये क्या हे मुझे समाज नही आया मेने उसे बताया की उसका मेटल्ब माले और फीमेल का गुप्त पार्ट पिसाहब करने की जगह. कक्षा में छात्र सेक्स अध्ययन  पुरुष का एक लिंग पार्ट होठा हे कजिन्न और फीमेल का 2 पार्ट होठा हे एक योनही और दूसरा स्तन उसे स्तन वर्ड समाज मे नही आया उसने फिर पूछा की ये कों सा अंग होठा हे. फिर मे भी कन्फ्यूज़ हो गया मे सोचने लगा की क्या सच मच इसे नही पता या आएसए ही ये मुजसे पूछ रही हे मे सोच ने लगा अब केसे संजौ.

फिर मेने उसे संजया जहा से बची मा का दूध पेते हे उसे स्तन कहते हे फिर उसने मुजसे कजिन्ना क बारएमए पु6 मे ने उसे वो भी संजया. और कजिन्ना से क्या होठा हे वो भी संजया जब मे संजा रहा था तब मेने आपने पर मे कू6 महसूस किया वो आपने अंगउते को मेरे पर पे घुमा रही थी और काफ़ी करीब बेठी थी मेरी कोहाँी उसके बूब्स के बिल्कुल पास थी. वो थोड़ी थोड़ी देर मे जान बुजकर मेरी कोहाँी से आपने बूब्स को सहला रही थी.
मेरा भी लंड धीरे धीरे टाइट हो रहा था मेने सिर्फ़ ट्रक पहाँ रखा था तो उसकी वजह से मेरा लंड का शेप ट्रॅक के अंडर से सॉफ दिखाई दे रहा था. उसकी नहीगाह अब मेरे टाइट लंड पर टिक गई वो बार बार उसे 6अन की कोकजिन कर रही थी उसने आपना एक हाथ मेरी जंग पर रख दिया लिखने के बहाने फिर धीरे धीरे वो आपना हाथ मेरे लंड की और बढ़ने लगी. मे और एक्शिटे होने लगा अब मेरा लंड एकदम टाइट हो गया था उसकी नहीयजरे उसीके उपर थी.

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आख़िर उससे नही रहा गया और मुझे पूछने लगी सिर ये आपको क्या हुआ हे कू6 तकलीफ़ हे मेने कहा नही जब एक माले एक्शिटे होठा हे तो उसका कजिन्ना आएसए टाइट हो जाता हे और योनही मे जाने क लायक हो जाता हे. तो उसने मुजसे पूछा की टाइट केसे होठा हे इतनी छोटी चीज़ बड़ी केसे हो जाती हे? तो मेने कहा हमारे कजिन्ना की चाँदी और नसे फूलने लगती हे और डंडे की तरह तां जाती हे सिर मेरी तो कुछ संज नही आ रहा हे.
प्लीज़ आप मुझे एक बाअर आएसा दिखाई ये ना तभी मुझे समाज आअएगा मे किसी को नही बटौगी इससके बारे मे. मेने मना कर दिया और कहा नही ये मे नही कर सकता तो उसने मेरा लंड एकदम टाइट पकड़ लिया और कहा प्ल्ज़ सिर मे किसी को नही कहूँगी प्लीज़ उसके पकते ही जेसे मेरे लंड को 440 का झटका लग गया. मे भी अब आउट ऑफ कंट्रोल हो गया मेने कहा ठीक हे पर किसिको बताना मॅट.
तो उसने कहा ठीक हे फिर धीरे धीरे मेने आपना ट्रक उतार दिया और मेरा ताना हुआ लंड उसकी आखो के सामने था वो शोक हो कर मेरे लंड को देखा रही थी और आपने होठ (लिप्स) दंटो मे दबा रही थी फिर थोड़ी देर बाद वो मुजसे बोली सिर क्यामे उसे 6उ सकती हू मे भी मन मे यही चाहता था… मे ने कहा ठीक हे तो उसने मेरे नंगे लंड को आपने नाज़ुक हाथो मे लिया ऑरा एज पे6ए करने लगी मेरा भी मन कर रहा था की उसके बूब्स को दबौउ.
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फिर मेने भी धीरे धीरे आपना हाथ उसकी झांग पर फेरने लगा मेरे आएसा करते ही वो एक्शिटे होने लगी और झोर से मेरे लंड को दबाने लगी फिर क्यट हा मेने भी आपना हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और उसके नाज़ुक और छोटे छोटे बूब्स दबाने लगा फिर मेने उससे आपना त शर्ट उपर करने को कहा तो उसने तो आपना टशहिर्त ही उतार दिया और अंडर का पेटिकोट भी उतार दिया क्या गोरे गोरे छोटे बूब्स थे उसके छोटी छोटी नहीपल मेरे तो मुहमे तुरंत पानी आगया मे तुरान उसके नहीपल चूसने लगा.
ज़ोर ज़ोर से मेने उसके नहीपल चूसने लगा वो मेरे लंड को अब ज़ोर से पकड़ कर दबाने लगी करीब आधे घंटे तक मे उसके बूब्स चूसने लगा. उसके बाआड़ मेने आपना लंड उसके मूह मे दे दिया अब वो मेरा लंड माधोस होकर चूसने लगी जेसे चोकोबार आइस करीम खरही हो मे भी पागल हो रहा था. करीब आधे घंटे तक वो चुस्ती रही और मे उसकी चुत मे उंगली डाल के सहलाने लगा मेने उसे फिर पूरा नंगा कर दिया और उसकी चुत मे उंगली दल कर चोदने के लिए तैयार कर ने लगा
उसकी चुत मेसए पानी लगातार तपाक रहा था फिर थोड़ी देर बाद मे कॉंडम ले आया और आपने लंड मे चढ़ा क उसको चोदने की तैयारी करने लगा वो आपनी टाँगे फेला कर लेट गई और मे ने धीरे से आपना लंड उसकी चुत पे रखओर धीरे धीरे धक्का देने लगा वो दर्द से चिल्लाने लगी तो मेने उसका मूह बेंड कर दिया. और एक ज़ोर से धक्का उसकी चुत मे किया और मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे घुस गया.

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उसका मूह खुला का खुला रह गया दर्द की वजह से अब खून भी निकाल ने लगा वो डर गई तो मेने कहा ये कोई बड़ी बात नही हे पहली बार आएसा होठा हे और उसके बाद मे उसे चोदने लगा अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था. वो भी उछाल उछाल कर चुद्वया रही थी आधे घंटे ताल मेने उसकी चुदाई की उसके बाद मे झड़ने वाला था तो मेने कॉंडम निकाल दिया और आपना लंड
उसके मूह मे दे दिया और सारा पानी उसके मूह मे चोद दिया आआअहह. बहुत मज़ा आया जवान चुत को चोद क फिर 1 वीक तक मे उसे रोज चोदता रहा ऑरा क वीक मे ही उसके बूब्स बड़े बड़े हो गये अब वो पूरी औरत बन गैट ही. तो इश्स तरह एक स्टूडेंट की सेक्स की क्लास ख़तम हुई....कक्षा में छात्र सेक्स अध्ययन

Teacher 's sexy pussy अगर कोई उनकी तरफ एक बार देख ले तो अपने होश खो बैठे. दोस्तों… क्या दिखती है. उनका फिगर ३२-२८-३२ होगा. मैं उनसे डेली ट्यूशन लेने जाता था. Teacher 's sexy pussy
बात उस दिन की है जब मैं उनके घर गया तो वो अपने घर में अकेली थी. उन्होंने टी शर्ट पहन रखी थी, तो उनके निप्पेलस दिख रहे थे. मैं एक तक उन्हें ही देखता रहा और तभी उनकी नज़र मेरे शॉर्ट्स पर पड़ी तो मेरा लंड उभरा हुआ था. शायद उनके निप्प्लेस देख कर खड़ा हो गया था. हम आपस में कुछ नहीं कहा और हम बैठ गए और बातें करने लगे.Teacher 's sexy pussy तभी उनका हाथ मुझे टच हुआ, फिर मैंने उनसे पुछा आपका बॉयफ्रेंड है क्या? तो वो बोली ‘था’ पर अब ब्रेक अप हो गया.


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तो मैंने ऐसे ही पूछ लिया की घर वाले किथे गए है. तो वो बोली किसी रिलेटिव के यहाँ गए है, उनके यहाँ बेबी हुआ है. मैंने पुछा की बेबी कैसे होता है तो वो चुप रही और मैंने अपना हाथ उनके पैर पर रख दिया और वो चौंक गयी.
तो मैंने पुछा क्या हुआ, मैडम बोली कुछ नहीं. फिर मैंने ऐसे ही पूछ लिया कि आप का ब्रेक अप क्यों हुआ आपके बॉयफ्रेंड से. तो वो बोली कुछ नहीं बस. तो मैंने जोर दिया बतायो न यार. उन्होंने बताया बॉयफ्रेंड किसी और के साथ था और उन्होंने उसे देख लिया था. तो मैंने टपाक से कहा कहा देख लिया था बॉयफ्रेंड के घर पर बेड पर. मैंने धीरे धीरे उनकी लात को सहलाना शुरू किया.

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तो अचानक उनका हाथ मेरे लंड पर आ गया और ऊपर से ही उसको सहलाने लगी. तभी मैंने उन्हें पकड़ लिया और किस करने लगा. फिर मैंने टाइम ख़राब न करते हुए उनकी शर्ट उतार दी. और उनके बूब्स चूसने लगा और उनके निप्पल पर बाईट करने लगा वो बोली आह्ह्ह्ह…. अह्ह्ह…..
फिर मैंने अपने कपडे उतार दिए और उनका पायजामा उतार दिया. अब वो सिर्फ कच्छी में थी. मैंने उन्हें बेड पर बैठाया और उनकी कच्छी को बिच में से फाड़ डाला और उनकी चूत को चाटने लगा. चूत को चाट चाट कर साफ़ कर दिया. उनकी चूत बहुत नरम थी. मैंने उनकी चूत में ऊँगली डाली वो सिसकारी लेने लगी आःह्ह्ह….. आआह्ह्ह्ह….
फिर मैंने देखा वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबाने लगी और वो झड गयी. फिर मैंने अपना लंड उनके मुह में दे दिया. वो उसे चूसने लगी और फिर मैं अपना लंड उनकी चूत ले ऊपर टिकाया और धक्का मारा तो मेरा लंड आधा अंदर चला गया वो चिल्ला उठी, तो मैंने उनके बूब्स पकड़ लिया और मसलने लगा.
फिर मैंने २ और ज़बरदस्त धक्के दिए और मेरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया वो तड़पने लगी. मेरा लंड अंदर था सारा का सारा और मैंने उन्हें किस करना शुरू किया और वो शांत होने लगी.
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फिर मैंने धक्के देने शुरू किये वो सिसकारिया ले रही थी आह्ह्ह्ह…. अह्ह्ह्ह…. मुझेझझे…… चोद्द्दद्द्द….. अह्ह्ह….. वूऊऊऊओ…. हरामी…… अपनी मैडम को छोड़ और मैंने और जोर से धक्के देने लगे.
फिर मैं निचे लेट गया और वो मेरे लंड के ऊपर आ कर बैठ गयी और चुदने लगी. मैं भी निचे धक्के मार रहा था, वो भी मजेजेजे….. ल रही थी. उन्होंने बताया उनके बॉयफ्रेंड ने कभी ऐसे नहीं चोदा.
तो वो बोली उनकी एक फ्रेंड है उसको भी चोदेगा क्या? पर वो कहानी फिर कभी सुनाऊंगा. फिर मैंने उन्हें पकड़ा और डौगी स्टाइल में किया और पीछे से उनकी चूत को चोदने लगा. तेज़जजज….. वूऊऊ…… म्ज़ाआअ….. ले रही थी. बोल रही थी हरामीमीमी…… कुत्तेतेते…… चोदद्द्द्दद….. तुझेझेझेझे….. और चूत दिलायुंगी……. चोद्दद्द…..
मैं चोदता रहा, मैं धक्के मरते मरते उनकी गांड में ऊँगली डालने लगा वो टाइट थी और वो एन्जॉय कर रही थी. फिर मैंने अपने लंड को निकला और उनके मुह में दे दिया और अंदर बहार करने लगा.
मैं उनके मुह को चोदने लगा. फिर मैंने उसे पकड़ा उसकी टांगो को खोला और बिच मैं आकर चोदने लगा और लगातार धक्के मरता रहा अब तक वो २ बार झड चुकी थी.
फिर मैंने उन्हें बोला मैं झड़ने वाला हूँ, वो बोली बूब्स पर निकालो पानी, तो मैंने सारा वीर्य बूब्स पर निकाल दिया फिर उन्होंने मेरा लंड चूस कर साफ कर दिया. फिर हम रेस्ट करने लगे और थोड़ी देर बाद हम फिर से रेडी हो गए.
फिर मैं उनकी गांड पर थूक लगाया और अपना लंड उनकी गांड में दे दिया तो गांड टाइट होने की वजह से मेरा लंड थोडा अंदर गया तो वो चीलाई. फिर मैंने लंड निकाल कर धक्का मारा तो आधा लंड चला गया वो तड़पने लगी.
फिर मैंने कुछ ना देखते हुए धाके मारे तो सारा लंड अंदर चले गया उसकी आँखों से पानी निकल आया वो अब तड़प रही थी दर्द से फिर मैं उसके बूब्स असलने लगा अब शांत हुई.
फिर मैंने धीरे- धीरे धक्के मारने लगा थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी और गांड हिलाने लगी. मैंने धीरे धीरे स्पीड बधाता गया फिर मैंने उन्हें निचे कर दिया और टांगो को फैला दिया.
अब मैं कभी चूत में डालता कभी गांड मैं मैंने देखा गांड से खून भी निकल रहा था. फिर मैंने अपना लंड उनकी गांड में डाला और चोदने लगा और पूरे कमरे में पच पच…. की आवाज़ आने लगी.
वो सिसकारी ले रही थी फाड़ दी गांड बेहनचोद…. चोद डाल…. फिर मैं उनकी गांड में से लंड निकला और उसकी चूत में डाल दिया और धक्के मारने लगा.
फिर मैं गांड में लंड डाल दिया फिर मैं उनके बूब्स चूसने लगा और निचे से धक्के मरता रहा . फिर मैंने स्पीड बढ़ा दी वो बोलती रही आये राज़ा….. चोदद…. डाल अपनी इस…. रानी….. को आज से तेरी हैं यह….
फिर मैं भी जोश में आकर स्पीड से धक्के मरने लगा और मैं उनकी गांड में ही झड गया और लेट गया और फिर अपना लंड निकला और फिर हम साथ मैं नहाने गए, उससे चला भी नहीं जा रहा था. मैंने उन्हें उठाया और वो बड़ी मुश्किल से चल कर गयी.

Chachi ki Chut pe Lambi Kiss  Me Delhi ka rehne wala hu. muje chudai ka bhot shok he. mera lund hamesa chut aur gand ka swad chakne ko betab rehta he. aj me apko esi hi ek story sunane ja raha hu jise mene apne lund ki pyas ko apni chachi ko chod ke bujai. mere chacha ki nai 2 shadi hui thi. unki shadi kafi late hui thi. mere

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Chacha ki umar 32 sal he. aur chachi ki 29 kam ki wajah se chacha ko aksar bhar jana padta he.Chachi ki Chut pe Lambi Kiss   jis wajh se chachi ko akele ghar pe rehna padta he. chachi ka jism bhut hi katilana. wo thodi sawli he par nain naksh kafi mast jiski wajah se wo ek dam riya kapoor lagti he. unke hotho ka rang bi sawla hai. aur thode uthe hue he ek dam angelina jolie ki tarah unka fig 36 30 34 he jo ki unhone ek dam maintained kiya hua he. ek din

Mere chacha ka phone aya unhone muje bulaya. kuki wo kisi kam se bhar ja rahe th.e ek month ke liye to muje chachi ke sath rehne ke bula liya. me taiyar ho gya me unke ghar pahucha. aur jaise hi darwaja khula to samne chachi khadi thi. white colour ke chudi dar suit me. mai to dekhta hi reh gaya. white suit me unka sawla rang aur bi nikhar ke aa raha tha. me to bs unhe upar se neche tak hawas bhari ankhon se dekh
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Raha tha. unhone muje andar ane ko kha. me undar chala gya. tb chacha ji jane ke liye packing kar rahe the. wo rat ko chale gaye. aur hm dono ghar me akele the. chachi kafi frank thi. jis wajah me unke sath jaldi ghul mil gya. aur hum kafi close bi aa gaye. ab hum thodi non veg batain bi karne lage. ek din bato 2 me unhone mujse pucha kya mene kabi sex kiya he? mene ha kar di to unhone kha kisse mene kha mene 25 ya 30

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Bar apni girlfriend ko choda he. aur apni pados wali aunty ko bi. to unhone kha ki unhe kitni bar mene kha unhe bi 15 se 20 bar to unhone kha. kabi 25 se 30 wali aurat se kiya he mene kha nai. kabi moka hi nai mila tb chachi agar moka milega to karega? mene kha ha ku nai ye bi koi puchne wali bat he? mene kha par kisse. To chachi boli mujse karna chahega. mene kha ap se to chachi boli ha koi harj he. mene kha ye thk nai he. to Chachi boli sex me kuch bi galat nai hota.

 15 minutes chachi ke samjane ke bad me maan gya. aur unhe chodne ko taiyar ho gya. bhar se na chodne ka dikhawa kar raha tha. par undar se kafi khush tha. humne rat ko khana aur tv dekhne lage. me tv dekhte 2 chachi ke boobs dbane lga. unhe maja ane lga. wo bi maja le rai thi. fir me chachi ke kapde utarna chahta tha. par unhone mna kar diya. mene kha kya hua chachi to wo boli
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Gayi re. unki chut kafi tight thi. wo dar se karah rai thi. me thodi der waise hi raha. aur unke hotho ko chumne laga.  jb muje laga ki unka dard kam ho gya he mene ek aur jor dar jhatka mara. aur mera pura lund unki chut me sama gya. Chachi ki Chut pe Lambi Kiss  wo ro padi unhe kafi dard ho raha tha. par me dhere 2 jhatke marne laga. aur wo bi un jhatko ka maja lene lagi. ab me unki chut ko jam ke chodne lga. aur unki chudai karne laga. wo ek dam janant ka Chachi ki Chut pe Lambi Kiss
Jaisa maja lut rai thi 45 minutes ki tabad tod chudai ke bad ke me jhadne wala tha. mene pucha kha jhadu to unhone kha ki meri chut me hi jhad do.

Sagi Chut Sagi Mami ki  kahani jabardast hai. May Prakash. Umra 22 saal, Uttar Pradesh ke Allahabad zile se didi ki chudai ka prashansak ewam niyamit paathak.
Yah meri pahli kahani rachna hai. jismein main apni sagi Mami ki chhoti Bahan ke saath huyi chudai ka varnan kahani roop mein kar raha hoon. didi ki chudai ka sahriday dhanyawad jinki kahaniyon ke maadhyam se mere andar utpann, Sex aur ladkiyon wa auraton sambandhit jigyasaon ka nidaan hua.
Natiztan class 12th ke baad se main ladkiyon aur Bhabhiyon mein ruchi lene laga, Jaise kisi ladki ke kapdon ke baahar se ubhaar ko dekhkar mann hi mann uske nange stanon ki kalpna karna ya phir kisi mast gadraai huyi Bhabhi ki kasi huyi saree mein uske matakte chootadon ko dekhkar mann hi mann uski gaand mein ghusna. Sagi Chut Sagi Mami ki

Sagi Chut Sagi Mami ki
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College aate jaate agar koi badi gaand waali Bhabhi dikh jaati to ghar aakar mujhe us Bhabhi ki gaand ki naam ki mutth maarni padti. Mann to karta hai jitni Bhabhiyan dikhtee hain, Gaand matkaate huye sabko patak kar chod daalun.
Bas meri manokaamna poori hone hi waali thi.
Hua yoon ki meri Mami ko Diwali par apne maayke jaana tha, Mere Mamaji business ke silsile mein busy thay to unhone mujhe yaad kiya Mami ke saath jaane ke liye.
Main bhi taiyaar ho gaya, College ki chhuttiyan chal rahi thi.
Khair, Main aur Mami ji Diwali ke do din pahle pahunch gaye unke maayke. Wahan Mami ki chhoti Bahan Neetu bhi thi jinki peechle saal hi shaadi huyi hai.
Mamiji ke ek bade Bhai bhi hain jo doosre shahar mein naukri ke kaaran yahan nahin rahte lekin shayad Diwali ke din yahan aane waale thay.

Hamare yahan ek riwaaz hai ki shaadi ke baad dulhan doosri baar apne sasuraal thawan hone ke baad jaati hai aur shaadi ke baad thawan ek saal ya do saal ke baad hi kiye jaane ka rasma hai aur dosto agar kisi ladki ko ek baar chudai ka swaad mil jaaye to lund lene ki use teevra ichha si ho jaati hai.
Yahi haal Neetu ka bhi tha, Suhagraat mein Pati ke lund ka swaad lekar aayi thi aur ab use ek saal baad hi mauka milta, Phir se lund chakhne ka.
Aur idhar main bhi bhookhe sher ki tarah chut ki firaak mein laga tha.
Us raat ko main, Meri Mami aur Neetu teenon TV dekhte huye baatein kar rahe thay, Neetu ke Bhaiya ke kamre mein.
Sagi Chut Sagi Mami ki
Aap log to jaante hi hain ki do auratein jab ek arse baad milti hain to baaton ka jo silsila shuru hota hai, Wo phir khatm nahin hota hai.
Main kuch der tak un dono ki baaton mein haan mein haan milaata raha lekin thakaan ke kaaran thodi der baad wahi double-bed par so gaya.
Raat ke teen baje meri neend khuli to badi hairat mein pad gaya. TV chal raha tha aur meri Mami aur Neetu wahin mere bagal mein hi besudh si soyi huyi thi.
Main TV band karne ke liye remote khojne laga, To dekha ki remote Neetu ke pet par pada hai. Main utha aur ghoomkar Neetu ki taraf gaya, Remote uthane ke saath hi meri nazar Neetu ki nighty se jhaankte huye raseele stanon par pad gayi.

Mera dil zoron se dhadakne laga aur mann karne laga ki choochi ko pakad kar daba doon, Lekin saath hi darr bhi lag raha tha ki agar Neetu jaag rahi hogi to kitni beizzati hogi meri.
Darr aur jigyasa ke bhaav se, Ek haath se maine remote uthaya aur left haath se maine Neetu ki adhnangi choochi ko masal diya.
Hey Bhagwan! Kitna komal aur anandmayi sparsh tha choochi ka, Main TV band karne ke baad sochne laga.

‘Chalo ek baar phir se choo lo!’ Mere andar ke antarvasna ne mujhe prerit kiya aur main dheeth hote huye apne dono haath Neetu ki choochiyon par daba diya, Phir dheere se masal diya aur Neetu ke nighty ko dono choochiyon ke nipple tak sarka diya. Neetu ki dono choochi ko masalte huye is baat ka gaur kar raha tha ki Mami ya Neetu jaage na.

Koi 10 minute tak yahi kaam karta raha aur mera lund mere lower mein salaami dene laga tha, Lekin aadmi ke laalach ka anth kahan? Choochiyan to dekh aur masal leen ab bur bhi dekh lee jaaye.
Kabhi Mami aur kabhi Neetu ke chehre ki taraf dekhte huye main dheere-dheere nighty ko Neetu ki pet tak sarka diya.
Hye, Ye chiknee jaanghein!

Main apne haath Neetu ki kele ke tane sareekhe jaanghon ko dono haathon se sahlaate huye aahein bharne laga aur kaali panty mein chhipi huyi bur ki taraf haath badha diye.
Jaise hi panty ke uppar se main chut ko sahlaane laga mera lund ufaan bharne laga, Ab ek haath se main apna lund masal raha tha aur doosre haath se Neetu ki chut sahla raha tha.
Aap yah kahani bhabhikichudai.net par padh rahe hain

Kuch hi der mein mujhe panty par geelapan mahsoos hua, Aur AntarvasnaDesiStories.com ke anubhav se maine anumaan lagaya ki ho na ho Neetu jaag rahi ho, Aur chupchaap maza le rahi ho.
Ab to meri dhithaai aur badh gayi, Maine Neetu ki panty ko chut ke uppar se sarkakar ek taraf kar di aur apna lund chhod kar usi haath se chut sahlaane laga, Chut geeli huye jaa rahi thi.
Kaamotejna ke vashibhoot maine apni ek unglee chut ki daraar mein ragadte huye chhed mein daal di, Unglee chut mein jaise hi ghusi, Neetu siskaarti huyi uthkar baith gayi aur mere hosh udd gaye.
Range haath pakda gaya tha main..
Lekin Neetu ke mann mein kuch aur hi tha

Sagi Chut Sagi Mami ki  

Yah kya kar rahe ho, Prakash? Neetu ne mujhse poocha.
‘K..K..Kuch nahin!’ Maine darrte huye jawaab diya.
Itne mein Neetu uthi aur mujhe kheenchte huye bathroom mein ghus gayi aur gate lock karte huye kahne lagi- Achha ! Meri bur mein unglee karte ho aur kahte ho kuch nahin?
Main jhenp sa gaya.
Sagi Chut Sagi Mami ki 
‘Ab karo…’ Usne aage kaha, Aur itna kahte huye apni nighty utaar di.
Mujhe to laga main koi sapna dekh raha hoon, Yahi to meri barson ki tamanna thi, Bur chodne ki.
Usi kshan maine Neetu ko baahon mein bhar liya aur uske raseele honthon par apne honth rakh kar use bethasha choomne laga, Uske honthon ko choosne ke saath hi uske chootadon ko dabane laga, Wo bhi mera poora bharpoor saath de rahi thi.

Girlfriend ki sath threesome chudai Roz hamari baat hoti, woh bhi Gujurat mai hi rahti thi, thode dino mai hamari baat cheet khuli ho gayi, aab woh mujhse milna chahati thi. Phir hum ek din south x mai mile.
Woh mujhe pasand karne lagi. Phir mulakate badhne lagi, kabhi kabhi hum choti moti liss bhi kar lete the.
Phir ek din usne mujhe ghar bulaya , shayad uss din uske ghar koi nahi tha, mujhe thoda darr lag rha tha. Maine ghanti bajai toh woh bahar aayi, usne sexy


Girlfriend ki sath threesome chudai
Girlfriend ki sath threesome chudai
sa lal rang ka gown pahen rakha tha. aur woh bahur sexy lag rahi thi!
Mai uske ghar ke ander gaya, uska ghar thik-thak tha. Maine dekha ki sach much uske ghar par koi nahi tha. Mai sofe par baith gaya. aur woh mere liye chai banane chali gayi . tabhi ander se kuch awaaze aane lagi . Maine suna ander jhanka toh mai jaan gaya ki uski ek saheli uske ghar par thi, woh thodi moti si thi par maal thi, jeans aur top pahen rakha tha usne! Mujhe dekh kar woh mere pass aayi!
Ooohh sorry… dono ka naam batana toh bhool hi gaya, meri girlfriend ka naam Simran hai aur uski saheli ka naam Jyoti hai!

Woh dono mere pass aakar baith gayi. Simran ne apni saheli ka parichay karvaya. Tabhi meri girl friend Simran ne mukhe koi baat batane ke liye mujhe uthane ke liye bola.
Mai uth kar uske piche gaya toh woh baatroom ki aur ja rahi thi, andar aate hi usne mujhe pakad liya aur choomne lagi.
Thodi der baad maine bhi usse dabana chaloo kar diya, woh garam ho gayi.
Maine aaj paheli baar uske chooche shirt se bahar nikale. aur unhe choomna shuru kar diya.
Usne mere galo par haath rakh kar bola- meri saheli ka koi boy friend nahi hai. toh woh bhi aaj tumse milne chahati hai aur mai bhi.
Mai samjh gaya ki dono aaj chudna chahati hai, maine kaha- thik hai.
Maine jitna socha bhi nahi tha, usse jyada mil raha hai aaj! Mera lauda khada ho raha tha unn dono ko dekh kar!

Hum bahar aa ye toh Simran ne bola – chalo , mere kamre mai chalet hai!
Hum uske kamre mai chale gaye. aur mai bed par baith gaya, woh dono khadi thi! Simran mere upar aakar mujhe kiss karne lagi , lekin Jyoti sharma rahi thi, woh mere pass aakar baith gaye. Maine Simran ka gown uttar diya. aur uske boobs ko choomne laga. aur Simran Jyoti ko kiss karne lagi. Mera lauda poora khada ho gaya tha!
Kuch der baad mujhe laga ki koi mere pent ki zip khol raha hai, aur woh Jyoti thi, usne bhi apne kapde utar diye the, usne mera lauda bahar nikala, woh dekhte hi daar gaye. aur Simran ne bhi mud kar dekha. aur niche utar gayi aur mere lund ko dhyan se dekhne kagi!
Dono dekh kar darr gayi thi ki itna bada hum kaise le payengi! Maine dono ke baal pakde. aur dono ko laude pe kiss karwaya. Dono mast hokar choosne lagi.

Kuch der baad mai Simran ko apne upar leke uski choot chatne laga, woh sikaariyaaan lene lagi- Aaaaahhh… chooso mujhe… chooso jor se…
Uski aawze sun kar mai bhi madhosh hone laga! Waha meri girl friend ki sharmili saheli Jyoti mere laude ko poora ander lene ki koshish kar rahi thi! Mujhe maaza aa raha tha!
Maine Jyoti ko apne kapde utarne ke liye kaha!
Aab hum teeno nange the!

Simran chillane lagi- aab mujhe chod do please! Aab nahi raha jata!
Maine usse apne lund par bithaya. aur uski choot par apne lund ko teeka kar jara sa ander kiya, woh ander hala gaya! Mujhe lagta hai woh pahle kissi se chudwa chuki thi,par koi baat nahi!
Maine Jyoti ko dekha , wod sharma rahi thi. Maine uske mumme peene shuru kiye, usko maaza aa raha tha, aab mai uski choot par ungli phirane laga gaya.
Waha Simran jor-jor se mere laude par jhataka maar rahi thi. aur aawaze nikal rahi thi-aaah… hh.hhaa.. aaa maar gayi.

Thodi der mai hi woh jhad gayi aur meri bagal mai aakar lat gayi! Mai Jyoti ki choot chaat raha tha, uski choot bahut swaadist thi, maaza aa raha tha. Maine usse thodi der baad ghodi banaya. aur aab Simran phir se mood mai aa gayi thi, woh bhi saath maid ogee style mai aa gayi .
Maine Jyoti ki choot par thoda thook lagaya. aur apna lauda uski choot par rakha , thoda sa jhatka diya, uski chikh nikal gayi, uski choot se khoon nikalne lag gaya, woh rone lag gayi!

Mai thoda ruka, phir main eek jhataka maara aur uske boobs pakad liye aue dabane laga. Usko maaza aan laga. Maine apne jhatke badha kar poora lauda ander daal diya , woh maaze se apne chootad hilane lagi!
Thodi der baad maine Simran ki gand par lauda tikaya aur ander jhatka maara , ek jhatke mai hi mera poora lauda ander le gayi. Maine khub daba kar ander jhatke maare , woh ‘mar gaye.. aaa…aahh…hhaaaaaa…maar gayi…’ bolti rahi aur mai poore jor se uski gaand chodta raha.

Aab jyoti bhi sidhe hokar late gayi, maine Simran ki gaand ke baad Jyoti ki choot mai daala aur phir se uski choot ko daba ke bajaya. Aab mera hone wala tha, woh dono bhi jhadne wale thi, aab dono ko bed ke kone par ghodi style se khadi kiya, ek baar ek ki choot phir doosri ki choot, dono ki choot maari!Aab Jyoti ki choot ek dum kas gayi aur woh jhad gayi.
Simran ne phir se tango ke upar baitha kar chudvaya, aab woh mere hotho par kiss kar rahi thi, Simran mere upar jhatke maarte maarte jhad gayi.

Hi... लंड को देख कर बोला भाभी की याद आ गयी क्या फिगर 38-34-40 है और मेरी भांजी नंदिता वो 19 साल की है वो गोरी, 5’4” हाइट, 34-28-34 फिगर है.अब स्टोरी पर आता हूँ मेरी दीदी की शादी तब हो गयी थी जब में 12 साल का था मेरी दीदी मुझसे बहुत प्यार करती थी जब में छोटा था तो मेरे सारे काम वो ही करती थी मुझे खाना खिलाती थी और मुझे नहलाती भी थी बात यह तब की है जब में पिछले साल राखी पर दीदी के घर

लंड को देख कर बोला भाभी की याद आ गयी क्या
लंड को देख कर बोला भाभी की याद आ गयी क्या


 गया था दीदी मुझे देखकर बहुत खुश हुई बोली अच्छा हुआ अमित तुम आ गये मुझे दीदी ने गले लगा लिया हम 5 साल बाद मिले थे राखी पर मुझे मेरे काम से टाइम ही नही मिलता था ना चाहते हुये भी मैने दीदी की चूची महसूस की उन्होने मेरी पत्नी और बच्चो के हालचाल पूछा मैने उन्हे बताया की सब ठीक है और इस बार मैं 2-3 दिन रुकूँगा दीदी ने बताया की घर मे बहुत मेहमान आये हैं तो मैने कहा की ठीक है फिर मैं राखी बंधवा के ही वापस चला जाऊंगा.

दीदी ने कहा में तुम्हे जाने नही दूँगी तुम हमारे कमरे मे सो जाना तुम्हारे जीजू भी बाहर गये है तुम मेरे भाई हो किसी को कोई परेशानी भी नही होगी मै उनके सास ससुर से मिला उनका आशीर्वाद लिया फिर राखी बँधवाई नाश्ता किया फिर घूमने निकल गया दीदी ने बोला आज खाने पर में तुम्हारे पसंद की चीज़ बनाउंगी जल्दी घर आ जाना में पास के ही थियेटर मे मूवी देखने चला गया आते आते रात के 10 बज गये दीदी मेरा इन्तजार कर रही थी दीदी ने कहा तुम तो बहुत देर से आये हो बाकी लोगो के सोने की तैयारी कर रही थी और लगभग सभी सो भी गये मैने बताया मुझे जल्दी सोने की आदत नही है मैने दीदी से कहा चलो साथ मे खाना खाते है.
मैने दीदी से पूछा तुमने खाना खा तो नही लिया तो दीदी ने बोला नही रे भैया तुम्हारे बिना कैसे खा सकती हूँ.
दीदी – भैया अगर तुमको कुछ चाहिये डिनर के पहले तो हमारे रूम मे है.

मे – कितनी प्यारी दीदी हो तुम.
दीदी – श बोलो ना.
मे – दीदी में डिनर के पहले थोड़ा लेता हूँ बस 1-2 पेग.
दीदी – क्या चाहिये सब है रूम मे तुम वही बैठ के लो में फ्रेश होकर आती हूँ और ये कपड़े भी चेंज करती हूँ चलो हमारे रूम मे ये देखो जो चाहे वो लो.
मे – लव यू दीदी तुम कितनी अच्छी हो में सिर्फ़ दो पेक लूँगा कुछ हल्का सा खाने के लिये दे दो.
दीदी – ऐसे ही लो ना तुम्हारे जीजू और में ऐसे ही लेते है.
मे – तो फिर तुम चेंज करके आओ दोनो साथ ही लेंगे.

फिर दीदी बाथरूम मे चली गयी और में पेक बनाने लगा दीदी बाथरूम से निकली उसने नाइट गाउन पहना था में उसे देखता ही रह गया मैने दीदी की तरफ गिलास बढ़ाया दीदी ने मुझसे पूछा क्या देख रहे हो तो मैने कहा दीदी अगर बुरा ना मानो तो एक बात कहूँ दीदी ने आँखें बंद करके चियर्स करके पहला पेक लेते हुये बोली बोलो जो बोलना है.
मे – तुम्हारी चूची बड़ी मस्त है और फिगर भी कमाल की है दीदी.
दीदी – भैया ये क्या भाभी की भी है ना मेरे से बड़ी में अब ज़्यादा मोटी हो गयी हूँ.
मे – लेकिन फिर भी गदराई जिस्म की बात ही कुछ और है.
हमने एक पेक ख़त्म किया नशा थोड़ा थोड़ा होने लगा था
दीदी – तुम्हारे जीजू भी यही कहते है सब मर्द एक जैसे ही होते है.

उसके बाद मैने एक पेग और बनाया इस बार मैने स्ट्रॉंग बनाया था दीदी ने बड़ा सीप लिया मेरा लंड खड़ा हो गया था जिसे दीदी ने गिलास नीचे रखते वक़्त देख लिया उसने मेरे खड़े लंड को देख कर बोला भाभी की याद आ गयी क्या मैने जवाब दिया नही दीदी अभी तो तुम्हे ही देख के कुछ कुछ हो रहा है.
दीदी – क्यों शरमाते हो अब मेरी भी उमर 45 पार कर चुकी है इतना देख के ही समझ सकती हूँ वेसे मुझे भी पीने के बाद तुम्हारे जीजू की याद आने लगती है.
मे – दीदी किसी को पता नही चलेगा अगर हम इस बंद कमरे मे कुछ करे तो तुम्हे भी मर्द की कमी महसूस हो रही है और मुझे भी औरत की और इस समय हम केवल मर्द और औरत है कोई भाई बहन नही.
दीदी मुस्कुराई और बोली चलो अब खाना खा लो मैने उनसे आँख मार के कहा पहले जिस चीज़ की भूख लगी है वो ही खा लेते है दीदी ने कहा जो मैने स्वीट्स बनाई है वो ही खा लो मैने उनसे कहा अपने हाथो से खिला दो हम दोनो साथ मे बैठे थे दीदी मेरी कुर्सी के पास आकर मेरे मुँह मे स्वीट्स डाल देती है और मेरी आँखें उनकी झूलती हुई चूची पर थी। दीदी बोली यहाँ गर्मी है। और उसने अपने नाइट गाउन का एक बटन खोल दिया। मेंने दीदी से कहा पानी भी पीला दो दीदी और लेने को बोली लेकिन मेरी आँखें तो उनकी चूचीयों पर टिकी थी। मेने कहा कि अगर इन कबूतरों पर रख के चाटने को मिले तो मज़ा आ जाये.
फिर हम बेड पर चले गये. दीदी बेड पर गिर जाती है और में उनके उपर दीदी के नाइट गाउन का बटन टूट जाता है गिरने के कारण और चूचीयाँ पूरी आज़ाद हो जाती है में तुरंत गेट बंद कर के आता हूँ और दीदी की चूचीयों को चूसने लगता हूँ छऊप छप्प्पाक छऊप छप्प्पाक छऊप छप्प्पाक छऊप छप्प्पाक छऊप छप्प्पाक छऊप छप्प्पाक छऊप छप्प्पाक.
दीदी मुझे ज़ोर से पकड़ लेती है और आहें भरने लगती है में एक चूची चूस रहा था और एक चूची को दबा रहा था दीदी की आँखें बंद थी लेकिन उनके चेहरे पर मस्ती साफ झलक रही थी
दीदी – आह ये ठीक नही है.
मे – अब मज़े लो ना दीदी अब हम मर्द और औरत है भाई बहन नही.
दीदी हाथ नीचे ले जाकर मेरा लंड पकड़ लेती है और बोलती है इतना बड़ा मे उन्हे सहलाने के लिये बोलता हूँ फिर उनकी नाइट गाउन उतार देता हूँ दीदी पेंटी नही पहनती थी और उनकी गांड पर हाथ फेरने लगता हूँ दीदी मेरा लंड हाथ से आगे पीछे करती हुई बोलती है इतना बड़ा भाभी कैसे लेती है? मैने उन्हे जवाब दिया दीदी तुम भी लोगी और उछल उछल कर लोगी और मज़ा भी खूब आयेगा फिर हम लोग किस्सिंग करने लगते है हमारी जीभ एक दूसरे से मिलती है और मज़े से किस चलती है में दीदी की गांड को दबाते हुये किस्सिंग कर रहा था दीदी पूरी गर्म हो गयी थी उनके निपल्स नुकीले हो गये थे उनकी साँसें तेज़ चल रही थी फिर हम 69 पोज़िशन मे आ गये मैने अपना लंड उनके मुँह मे डाल दिया और उनकी चूत के छेद मे अपनी जीभ फेरने लगा दीदी मेरे लंड को चूसते हुये मेरे बॉल से भी खेल रही थी.
वो पूरी गर्म हो गयी थी फिर बोलती है भाभी बहुत खुशकिस्मत है जो उनको इतना प्यारा लंड मिला है चुदवाने के लिये फिर अपनी टांग खोल देती है और मुझे बोलती है अब सहा नही जा रहा है अब चोद दे भैया डाल दे अपना मूसल लंड मेरी चूत में में दीदी के उपर आकर एक ही झटके मे अपना पूरा लंड डाल देता हूँ दीदी चीखती है ज़ोर से वो मेरी जीभ को चूसने लगती है फिर ज़ोर ज़ोर से चुदाई शुरू हो जाती है घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा घच्छ घचा दीदी चुत्तड उठा उठा के मस्ती मे चुदवा रही थी.
दीदी – हाँ भैया मज़ा आ रहा है डालो रे ये मूसल लंड डालो फाड़ डालो मेरी चूत को आहह अहहहहहा हहा आहा हा
मे – ले बहना ले आज में बहनचोद बन गया लेकिन बड़ा मज़ा आ रहा है तुझे चोदने मे दीदी
दीदी – अब कौन भाई बस में प्यासी औरत हूँ और तू मेरा मर्द अहह्ह्ह डालो डालो ज़ोर से लंड अग्घह घहघग इसस्ससस
फिर दीदी की चुतड उपर उठा के उपर से चोदने लगता हूँ दीदी एक बार झड़ चुकी थी उनका रस बाहर निकल रहा था अब चोदने मे बड़ा मज़ा आ रहा था लंड बड़ी आसानी से अंदर बाहर हो रहा था बहुत ही अच्छी खुशबू रूम मे फैल रही थी और चुदाई की आवाज़ और मज़ा दे रही थी घपाक घप घपाक घप घप घपाक घपाक घप दीदी मेरी पूरी हेल्प कर रही थी में उनकी चूचीयों को चूस रहा था एक चीज़ हम ग़लती से भूल गये थे उनके कमरे की खिड़की बंद करना मुझे लगा कोई हमे वहा से देख रहा है घर के अंदर जो खिड़की होती है उसमे कुण्डी नही लगी होती है बाहर की खिड़की पर ही लोहे की कुण्डी लगी होती है हम चुदाई मे मग्न थे बहुत ही मज़ा आ रहा था दीदी के बाल खुले हुये थे चूचीयों को चूसने मे बड़ा ही आनंद आ रहा था तभी एक आवाज़ ने हमे चौका दिया.
नंदिता – मम्मी ये क्या हो रहा है मुझे भी करना है मामा मुझे भी चोदो ना मैने खिड़की से सब देख लिया है जब मुझे सहा नही गया तो में अंदर आ गयी.
दीदी – उई माँ! तू अंदर कैसे आई नंदिता.
नंदिता – में खिड़की से आई पहले तुम्हारी चुदाई देखी फिर आ गयी.
दीदी – अमित चोदते रहो क्या मूसल लंड है रे तुम्हारा ऐसे ही चोदते रहो अघ्घघग आह घ्घग ह घपक घप घपक घप घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक घपक
नंदिता – मामा मुझे भी चोदो ना प्लीज़.
दीदी – बेटी इधर मेरे पास आ किसी को बताना नही प्लीज़. (दीदी ने उसके हाथो को अपने हाथो मे लेकर प्यार से कहा)
में दीदी को मस्त चोद रहा था दीदी अब झड़ने वाली थी उसकी बॉडी टाइट हो रही थी वो दूसरी बार झड़ने वाली थी उसकी चूची बड़ी मस्ती से हिल रही थी.
नंदिता – माँ अगर मामा मुझे भी चोदेगे तो में किसी को नही बताउंगी मुझे भी चुदवाना है बस
दीदी अब झड़ चुकी थी.
दीदी – नंदिता तुम्हे देखना है तो देख सकती हो बेटी मामा का लंड बहुत बड़ा है तुम्हे तकलीफ़ होगी अमित अब लंड निकालो ना में झड़ चुकी हूँ
नंदिता – हाँ मुझे भी चाहिये नही तो सोच लो.
मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया फिर दीदी ने मेरे रस से भीगे लंड को हाथ मे लेकर नंदिता को दिखाया और बोला देख कितना बड़ा है तेरी चूत छोटी है उसमे कैसे जायेगा यह.
नंदिता – मुझे ट्राई करना है मेरी दोस्त कहती है पहले दर्द होता है फिर बहुत मज़ा आता है.
दीदी – बेटी तुमने किसी का लिया नही अब तक.
नंदिता – लिया नही पर आज लेना है मामा बोलो ना मुझे भी चोदोगे ना प्लीज़ मामा प्लीज़.
मे – बेटी तुम्हे दर्द होगा.
नंदिता – चलेगा.
अमित तुम इसकी चूत चाटो में इसकी चूची चूसती हूँ तब तक तुम मुझे और चोदो और अपना माल निकाल दो मेरी चूत में मैने बहुत दिन से गरमा गर्म माल फील नहीं किया चूत के अंदर आओ ना चोदो फिर मैने नंदिता की चूत को अपने मुँह के सामने किया और उसे चाटने लगा दीदी उसकी चूचीयों को चूसने लगी मैने अपना लंड फिर दीदी की चूत मे डाल दिया था और मस्त चुदाई फिर शुरू हो गयी फकक्चह फ़चह फकक्चह फ़चह फकक्चह फ़चह दीदी नंदिता की निपल चूस रही थी में उसकी कुँवारी चूत को चाट रहा था क्या मस्त चूत थी छोटी सी प्यारी सी उसकी खुशबू मुझे पागल कर रही थी दीदी अब मुझे पानी अपनी चूत मे ही डालने के लिये बोल रही थी मै अब तेज झटके मारने लगा अब में भी झडने वाला था.
दीदी ने मुझे कहा थोड़ी सा चूत मे डालने के बाद बाकी मेरी चूचीयों पर गिरा देना में तुम्हारा गाढ़ा रस देखना चाहती हूँ नादिता अपनी आँखे बंद करके बोली मामा बहुत मज़ा आ रहा है मुझे आपका लंड चाहिये तभी में झड़ने लगा थोड़ा सा अंदर गिराने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला और पिचकारी दीदी की चूचीयों की ओर छोड़ दी. दीदी की चूचीयाँ मेरे गाढ़े रस से नहा गई.
दीदी – देख कितना गाढ़ा है पिचकारी का रस.
नंदिता – हाँ मामा बहुत गाढ़ा है आपका रस। ये लम्बा लंड मुझे भी डलवाना है.
दीदी – बेटी अब ये लंड थोड़ा मुरझा गया है में इसे चाटती हूँ और बाद में चूत चाटूँगी जिससे तुम्हे इसे लेने मे आसानी होगी.
दीदी ने पहले अपनी जीभ से मेरे लंड को साफ किया और नंदिता को दे दिया चूसने के लिये और उसकी चूत चाटने लगी नंदिता की मुलायम चूत को चाटने का मज़ा अब दीदी ले रही थी और नंदिता मेरे लंड को मज़े से चूस रही थी दीदी अब अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाल रही थी बहुत अंदर तक नंदिता और गर्म हो गयी थी और तड़पने लगी थी में नंदिता की चूचीयों को मसल रहा था वो चीख रही थी आआहह धीरे मामा माँ बहुत मज़ा आ रहा है नंदिता एक बार झड़ चुकी थी दीदी उसके रस को पी रही थी.
मेरा लंड अब फिर से खड़ा होने लगा था इस कुँवारी जिस्म को देख के और उसके मस्त चाटने से दीदी ने उसे बेड पर लेटाया और कमर के नीचे तकिया लगाया जिससे चूत खुली दिखने लगी और नंदिता को किस करने लगी जिससे अगर नंदिता सील टूटते समय चीखे तो आवाज़ बाहर नही जाये दीदी ने मेरे लंड को उसकी चूत के मुँह पर टिकाया और मुझे कहा भाई धीरे से डालना मैने हल्का सा झटका लगाया लंड थोड़ी दूर जाकर फंस गया दीदी ने नंदिता का मुँह अपने मुँह से बंद कर दिया पर उसके आँसू नहीं रुक पाये उसके गालो पर बहने लगे दीदी उसे किस करने लगी में उसकी जाँघ और कमर सहलाने लगा थोड़ी देर मे उसका जब दर्द कम हुआ तो में उतनी देर मे आगे पीछे करने लगा हर दो तीन झटकों के बाद एक थोड़ा तेज़ झटका लगा देता.
मैने आँखों ही आँखों मे दीदी को इशारा किया दीदी समझ गयी दीदी ने उसका मुँह पूरी तरह बन्द कर दिया अपने मुँह से फटाआआआककक और पूरा लंड अंदर सील टूट गयी नंदिता की वो थोड़ा छटपटाने लगी पर दीदी उसका शरीर सहलाने लगी में थोड़ी देर रुक गया फिर धीरे धीरे चुदाई शुरू की फ़च्चा फक फ़च्चा फक फ़च्चा फक फ़च्चा फक फ़च्चा नंदिता को दर्द हो रहा था पर में कहा रुकने वाला था मुझे टाइट चूत चोदने मे मज़ा आ रहा था थोड़ी देर बाद वो भी मज़ा लेने लगी उसका दर्द कम होने लगा होगा फिर दीदी ने उसके मुँह को आज़ाद कर दिया वो अब मज़े से गांड उठा उठा के मेरे धक्को का जवाब दे रही थी दीदी नीचे जाकर कभी मेरे लंड की गोलियाँ चूस रही थी तो कभी नंदिता की चूत के नीचे का रस फिर दीदी उपर आई और नंदिता के मुँह मे अपनी चूची दे दी.
दीदी – चूस बेटी चूस मेरी चूची चूस तूने 5 साल तक मेरी चूची से दूध पिया है आज भी पी ले.
नंदिता – हाँ मम्मी दो मुझे आज भी पीना है.
फिर नंदिता दीदी की चूची चूसने लगी और में मज़े से टाइट चूत चोद रहा था मखमली कमर पकड़ के शॉट लगा रहा था थोड़ी देर के बाद मुझे नंदिता को उल्टा करके चोदने का मन कर रहा था उसके चुत्तड महसूस करने का मन कर रहा था मैने दीदी को बोला दीदी अब लेट जाओ और नंदिता से अपनी चूत चटवाओ में इसे पीछे से चोदूंगा अब मैने नंदिता को कुतिया स्टाइल मे कर दिया और पीछे से चूत मे लंड डाल दिया और उसके बाल पकड़ के चोदने लगा और उसका मुँह दीदी की चूत पर था
हर झटके के बाद वो अपनी पूरी जीभ दीदी की चूत के अंदर डाल देती मै अब बाल छोड़ के अब कमर पकड़ के ज़ोर ज़ोर से शॉट लगाने लगा घपाआक घप घपाआक घप घपाआक घप पूरा कमरा चुदाई और सिसकारियों की आवाज़ से गूँज रहा था नंदिता अब झड़ चुकी थी दीदी की चूसाई हो रही थी वो भी अब बहने लगी थी नंदिता अब अपनी माँ के रस को पी रही थी में भी अब झड़ने वाला था.
मेंने ज़ोर ज़ोर से चोदते हुये अपना सारा माल नंदिता की चूत मे ही गिरा दिया मेरे लास्ट झटके के बाद में उस पर गिरा और उसका मुँह दीदी की चूत पर फिर थोड़ी देर तक हम तीनो ऐसे ही पड़े रहे दीदी उठी और अपनी चूत को साफ किया और नंदिता को उठा कर बेडशीट बाथरूम मे डाला उस पर नंदिता के सील टूटने के कारण खून के धब्बे पड गये थे और हम लोगो का रस भी लगा था उस पर फिर हम तीनो कपड़े पहन कर सो गये नंदिता अपने कमरे मे सुबह 5 बजे चली गयी.

बड़ा मुर्गा के लिए मेरी बहन को प्यास मुझे जीन्स से ज़्यादा औरत और लड़कियां साड़ी में ज़्यादा अच्छी लगती थी और इसलिए जब भी मेरा सेक्स का मूड होता तो में मेरी गर्लफ्रेंड को एक सेक्सी साड़ी पहनकर तैयार रहने के लिए बोल देता था. पहले तो में उसके पेटिकोट के नीचे घुसकर उसकी चूत चाटता था और उसके बाद उसकी खूब चुदाई करता था.


बड़ा मुर्गा के लिए मेरी बहन को प्यास
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फिर कुछ दिन से में ये नोटीस कर रहा था कि मेरी गर्लफ्रेंड दिन पे दिन ज़्यादा सेक्सी बन रही थी. उसे लड़को को अपना बदन दिखाना शायद बहुत पसंद आता था और इसलिए कभी-कभी वो सेक्सी साड़ी पहनकर मेरे साथ घूमने निकला करती थी. तब वो लो कट ब्लाउज पहना करती थी. मुझे पहले तो अच्छा नहीं लगता था, लेकिन धीरे-धीरे इसमें मुझे भी मज़ा आने लगा और में उसे सेक्स करते समय पूछता था कि क्या वो किसी दूसरे मर्द से चुदवायेगी? तो वो तुरंत बोलती थी कि जब भी उसे मौका मिलेगा तो वो ज़रूर चुदवायेगी.बड़ा मुर्गा के लिए मेरी बहन को प्यास 

में ये सुनकर रुक नहीं पाता था और उसे खूब चोदता था. अब में जब भी उसके घर जाता था तो कभी-कभी उसकी दीदी से मिलता था, पहले तो मुझे उसमें रूचि नहीं थी, लेकिन धीरे-धीरे वो मुझे अच्छी लगने लगी थी. और अब वो काफ़ी फ्रेंक रहने लगी थी और उनका फिगर भी बहुत अच्छा था. वो शादीशुदा थी इसलिए उनके पति उन्हें रोज चोदते थे और इसलिए उनके बूब्स भी काफ़ी बड़े थे. बड़ा मुर्गा के लिए मेरी बहन को प्यास
एक बार उनके एक रिश्तेदार की शादी में मुझे भी बुलाया गया था. शादी शहर के एक मैरिज हॉल में हुई थी और उसके साथ एक रेस्ट हाउस भी था जिसमें कई रूम थे. फिर में उस दिन शादी अटेंड करने गया और जाने से पहले मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को एक सेक्सी साड़ी पहनकर शादी में आने को बोला तो वो भी राज़ी हो गई. फिर जब में शादी में पहुंचा तो मैंने देखा कि मेरी गर्लफ्रेंड तो एक सेक्सी माल जैसी लग रही थी. उसने एक सफ़ेद स्टोन वाली सिल्क साड़ी पहनी थी और साथ में लो-कट काला ब्लाउज भी पहना था.

अब उसे देखते ही मेरे मन में उसे चोदने का प्लान बन गया, लेकिन मैंने बहुत कंट्रोल किया. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी दीदी को देखा, तो वो क्या माल लग रही थी? वो एक काली सिल्क साड़ी और गोल्डन टाईप की सेक्सी सिल्क लो-कट ब्लाउज पहने थी. उसकी फिगर क्या लग रही थी? वो पूरी रंडी लग रही थी. उसे देखकर तो मेरा लंड रुक नहीं पा रहा था. अब वो पूरा टाईट हो गया इसलिए मैंने तुरंत मेरी गर्लफ्रेंड से बोला कि चलो रेस्ट रूम में चलते है. फिर रेस्ट रूम में पहुंचते ही मेरी गर्लफ्रेंड बोली कि क्या हुआ? इतनी जल्दी आ गये? कंट्रोल नहीं हो रहा क्या?

में – हाँ जान, तुम तो पूरी माल लग रही हो और सभी लड़को की नज़र तुम दोनों बहनों पर ही तो है.
गर्लफ्रेंड – क्या? तुम दीदी को देख रहे थे क्या?
में – हाँ, वो भी क्या माल लग रही थी? फिर मैंने उसे लिप किस किया.
गर्लफ्रेंड – क्यों क्या हुआ? दीदी में आज अपनी बहुत रूचि दिखा रहे हो.
में – हाँ जान, तुम्हारी दीदी बहुत मस्त है, चलो तुम बताओं तुम आज मेरे जाने के बाद और कितने लड़को से चुदवाओगी?
गर्लफ्रेंड – हाँ तुम दीदी को चोद लो, में दो तीन से चुदवा लूँगी.
ये सुनकर तो मेरे होश ही उड़ गये, अचानक मुझे ऐसा लगा कि कोई हमारे दरवाजे के बाहर रुका हुआ है और हमारी बातें सुन रहा है. फिर मैंने तुरंत जाकर दरवाजे को खोलना चाहा तो मैंने देखा कि मेरी गर्लफ्रेंड ने दरवाजा लॉक ही नहीं किया था. उसके बाद मैंने दरवाजा खोला तो देखा कि बाहर दीदी खड़ी है और वो हमारी बातें सुन रही थी.

में तो बहुत नर्वस हो गया और अब मेरा शर्म के मारे बुरा हाल हो गया था. फिर दीदी अंदर आ गई और मेरी गर्लफ्रेंड के पास बैठ गई. अब वो दोनों मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी. अब में तो बहुत परेशान हो गया था कि वो दोनों मुझे ऐसे क्यों देख रही थी? फिर मेरी गर्लफ्रेंड बोली कि अरे पागल ये हम दोनों का ही एक प्लान था. हम दोनों देखना चाहते थे कि एक सेक्सी लड़की को देखकर तुम क्या करोगें?
में – लेकिन क्यों?
दीदी – अरे चंदन सुनो ना, अब क्या शरमाना? तुम्हें तो में पसंद हूँ ही और मुझे भी तुम पसंद हो, अब तुम्हें भी सच्चाई पता चले.
में – कौन सी सच्चाई?

दीदी – सुनो चंदन, अब में सीधा-सीधा बोलती हूँ मेरे पति तुम्हारी गर्लफ्रेंड को कभी-कभी चोदते है और हम तीनों मिलकर सेक्स करते है और हम दोनों ये देखना चाहते थे कि सेक्स के बारे में तुम क्या चाहते हो? क्या तुम हम लोगों के साथ मजे करोगे?
में – ये कब से चल रहा है?बड़ा मुर्गा के लिए मेरी बहन को प्यास
अब मेरी गर्लफ्रेंड थोड़ी सी घबराई दिख रही थी.
दीदी – चंदन ये सब 2 साल से चल रहा है और हम सब को ये बहुत अच्छा लगता है.
अब में तो बहुत उत्तेजित हो गया और में भी तैयार हो गया था. अब दीदी ने तुरंत अपने पति को बुला लिया. अब में बहुत खुश था कि जिस लड़की के सेक्स के सपने में देखा करता था, आज वो खुद मुझसे चुदवाना चाहती थी. फिर मैंने दीदी को लिप किस किया तो में देख रहा था कि जीजा भी मेरी गर्लफ्रेंड को किस करके मेरी गर्लफ्रेंड की साड़ी के नीचे से ब्लाउज के ऊपर से मेरी गर्लफ्रेंड के बूब्स को दबा रहे थे. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैंने तुरंत दीदी के बूब्स दबाना शुरू कर दिया.

उसके बाद में दीदी के पेटीकोट के अंदर चला गया और उनकी चूत चाटने लगा तो दीदी को यह बहुत पसंद आया. फिर जब में उनके पेटीकोट से बाहर निकला तो मैंने देखा कि अब मेरी गर्लफ्रेंड अपने जीजा का लंड सहलाकर उसे चूस रही थी. वो दोनों क्या मस्त रंडियाँ थी? उसके बाद हम दोनों मर्दों ने भी उन दोनों रंडी बहनों को खूब चोदा और अपना-अपना पानी उनकी चूत में निकाल दिया. फिर मैंने दीदी को बहुत चोदा और मेरी गर्लफ्रेंड भी उसके जीजा से मेरे सामने ही चुदवा रही थी. अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. अब हम लोगों का सेक्स ऐसे ही चल रहा है. बड़ा मुर्गा के लिए मेरी बहन को प्यास

बेटी सेक्स किया था कोई अन्य लड़की और आंटी जो पुणे की रहने वाली है या और पुणे के आस पास की है तो में उनसे वादा करता हूँ कि में उन्हें अपनी एक बार की चुदाई से ही पूरी तरह से संतुष्ट कर सकता हूँ. खैर अब में अपनी आज की कहानी पर आता हूँ. यह मेरी पहली कहानी है और अगर मुझसे कोई भी गलती हुई हो तो प्लीज आप सभी मुझे माफ़ जरुर करें. बेटी सेक्स किया था

बेटी सेक्स किया था
बेटी सेक्स किया था


दोस्तों मेरी एक बुआ है जो नासिक में रहती है और में कभी कभी बुआ के घर छुट्टियों में जाया करता हूँ और मेरी बुआ के पति को मरे हुए अभी करीब 8 महीने हो गये है. अब बुआ की फेमिली में बुआ और उनका एक बेटा और एक बेटी है. बुआ की उम्र करीब 44 साल है, लेकिन फिर भी बुआ चेहरे, बदन की देखरेख की वजह से दिखने में 35 साल की लगती है और बुआ का बेटा विक्की 19 साल का है, जो कि एक होस्टल में रहता है और बुआ की लड़की का नाम शीला है और में उसे शिल्डी बुलाता हूँ और उसकी उम्र 24 है.बेटी सेक्स किया था
 
में बहुत दिनों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ रहा हूँ और इसी वजह से मैंने बुआ और शीला के नाम की बहुत मुठ मारी. में शीला को बचपन से जानता हूँ और उसकी शादी चार साल पहले हुई थी और वो अब मुंबई में रहती है. यह बात तब कि है जब शीला की शादी के वक्त मेरे मामा और बुआ के पति ने उसके ससुराल वालों की कुछ माँग पूरी नहीं की और जिसकी वजह से ससुराल वाले बेटी सेक्स किया था उसे हमेशा तंग करते थे और उनका पति भी उनका बिल्कुल भी साथ नहीं देता था और शादी के कुछ दिनों के बाद ही उसके पति का गली में किसी लड़की से चक्कर शुरू हो गया. यह बात उसके घरवालों को पता थी और शीला को भी, लेकिन बैचारी क्या
करती, उससे अब घर में बस सभी काम करवाया जाता था और शादी के दो साल बाद शीला को एक लड़की हुई और फिर शीला अपने मायके आ गयी. बेटी सेक्स किया था

फिर उसके कुछ दिनों के बाद ही उसके पति ने उससे तलाक लिए बिना ही दूसरी शादी कर ली और दहेज के लालच में उसके घर वालों ने भी हाँ कर दी, लेकिन यह बात मेरी बुआ और शीला को बहुत देरी से मालूम पड़ी, लेकिन बैचारो ने कुछ खास नहीं किया और शीला ने उसके सास, ससुर और पति पर केस कर दिया. शुरू में केस चलता रहा और बाद में एक साल बाद केस दोनों को समझा बुझाकर रफ़ा दफ़ा कर दिया और अब बैचारी शीला को उसके सौतन के साथ रहना पड़ा.

फिर ऐसे ही कुछ दिन बीत रहे थे और फिर शीला ज़्यादातर बुआ के घर ही आती जाती थी. वैसे में बता दूँ कि शीला थोड़ी रंग की सावली है और उसका फिगर भी ठीक ठाक है, यही कुछ 34-30-32 और उसके बूब्स को देखने पर लगता है कि वो अब ब्लाउज से बाहर आने को तरसते है. अब बात यह है कि वो बैचारी अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में बिल्कुल भी खुश नहीं थी और उसकी बेटी को ससुराल वाले बहुत प्यार करते थे, लेकिन उसे कोई भी प्यार नहीं करता था और यहाँ तक कि उसका पति भी नहीं. फिर इसी दौरान शीला कुछ दिनों के लिए नासिक आई हुई थी और में भी अपनी गर्मियों की छुट्टियों में बुआ के घर पर गया हुआ था.

मैंने जब शीला को वहां पर देखा तो एकदम से दंग रह गया. मैंने मन ही मन सोचा कि इतनी अच्छी माल को उसके पति ने भले कैसे छोड़ दिया? आते ही बुआ ने मेरा स्वागत किया तो हमारे बीच इधर उधर की बातचीत हुई. फिर बुआ ने हमे नाश्ता परोसा और नाश्ता करने के बाद हम लोग छत पर चले गये और बुआ पास की गली में किसी के घर पर चली गयी. फिर हम लोग शुरू में इधर उधर की बातें करने लगे, शीला मुझसे मेरी पढ़ाई के बारे में पूछने लगी, लेकिन मेरी नज़र बार बार उसकी छाती पर जा रही थी, वैसे भी मेरा उस वक्त कोई ऐसा गलत इरादा नहीं था.

फिर हम लोग फिर से इधर-उधर की बातें करने लगे और वैसे उसने मुझे दो तीन बार अपनी छाती पर देखते हुए पकड़ लिया था, लेकिन फिर भी उसने मेरे साथ कोई ऐसा व्यहवार नहीं किया और बातें करते करते में उसको कुछ ज़्यादा ही घूरकर निहारता गया, जैसे कि उसके चेहरे की चमक, हल्के काले होंठ, पतली कमर, बाहर की तरफ उभरी हुई गांड, उसके गोल मस्त गाल, मस्त चंचल आँखे और भी बहुत कुछ.

फिर शीला बालकनी में खड़ी हो गयी और बाहर का नजारा देखने लगी, में भी उससे सटकर खड़ा हो गया और उसके जिस्म के छूने से मुझे एक अजीब सी झुरझुरी आ गयी. तभी शीला ने मुझसे पूछा कि क्या हुआ तुम्हे? फिर मैंने बोला कि कुछ नहीं, लेकिन शायद वो अब समझ गयी थी और कुछ देर बाद बातों ही बातों में मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उससे पूछा कि यार शीला तुम कितना काम करती हो, देखो तुम्हारे हाथ कितने खराब हो गये? फिर वो बोली कि मेरे नसीब में अब बस यही सब लिखा है और किसी को मेरी कुछ भी नहीं पड़ी और वो बहुत उदास होकर यह सब बोल रही थी.

फिर मैंने मौका देखकर उसका हाथ अब ऊपर तक पकड़ लिया और बोला कि प्लीज यार ऐसा मत कहो, एक दिन सब कुछ बिल्कुल ठीक हो जाएगा, उस समय वह नीचे की तरफ देख रही थी तो मैंने उसका चेहरा उठाया और उसकी आखों में अब पानी आ चुका था. मैंने उसके आंसू साफ किए तो वो कुछ ज्यादा ही गमगीन हो गयी और फिर वो मुझसे गले लग गयी. फिर मैंने भी अपना एक हाथ उसके सर पर रख दिया और दूसरे हाथ से उसकी पीठ को सहलाने लगा. वो बैचारी मुझसे चिपक कर रो रही थी और नीचे मेरा लंड खड़ा हो गया.
फिर में उसके बड़े बड़े बूब्स मेरी छाती पर महसूस करने लगा और हम कुछ देर ऐसे ही चिपके रहे, तभी

अचानक से हमें बुआ की आवाज़ आई, कहाँ हो तुम दोनों? फिर मैंने कहा कि हम ऊपर छत पर है और अभी आ रहे है. फिर हम नीचे आ गये और बुआ किचन में काम करने लगी. फिर में और शीला टी.वी. देखने लगे, मेरा लंड अभी भी पेंट में खड़ा हुआ था और में उसे छुपाने की कोशिश कर रहा था, शीला फिल्म कम और मुझे ज़्यादा देख रही थी. फिर में भी उसे ऊपर से नीचे तक देख रहा था, उसके उठे हुए बूब्स और आँखों में अलग सी एक चमक थी, उसने हल्के गुलाबी रंग की साड़ी और ब्लाउज पहना हुआ था और अंदर काली कलर की ब्रा पहनी हुई थी, जिसकी डोरी मुझे साफ साफ दिख रही थी, शीला उस समय बहुत मस्त कमाल की लग रही थी.

फिर कुछ देर के बाद बुआ ने उसे किचन में बुला लिया और में ऊपर वाले कमरे में चला गया और शीला के नाम की मुठ मारने लगा और अब में शीला को चोदने का मौका ढूंढने लगा और उसकी चुदाई का विचार करने लगा. फिर रात में खाना खाने के बाद हम बुआ के साथ गप्पे मारने लगे और कुछ समय के बाद बीच में ही शीला सोने के लिए ऊपर अपने कमरे में चली गयी. फिर मैंने और बुआ ने थोड़ी देर बातें की, तब बुआ मुझे बता रही थी कि मेरी बेटी शीला के साथ ज़िंदगी में बहुत ना इंसाफी हुई है और वो बैचारी हमेशा अकेली और शांत रहती है, लगता है कि इसमें कोई जान नहीं है और वो ठीक से खाना भी नहीं खाती और ना ही बात करती, बस दिन भर बैचारी चिंता में रहती है. यह बात कहते वक्त बुआ की भी आँखो में आंसू आ गये.

फिर मैंने कहा कि कोई बात नहीं बुआ अब में कुछ दिनों के लिए यहाँ पर आया हूँ तो उसे कुछ दिनों के लिए मेरी दोस्ती मिल जाएगी, यह बात कहते वक्त में बुआ को बिल्कुल सटकर बैठ गया तो मुझे बुआ के बूब्स दिख गये, थोड़े झूले हुए थे, लेकिन वो तो शीला से भी बड़े थे. फिर मैंने कहा कि में सब ठीक कर दूँगा, लेकिन उस वक्त मुझे ही पता था कि में कैसे ठीक करने वाला था. फिर दो मिनट के लिए बुआ को अपने विचारों में लेकर में फिर से गरम हो गया और अब मेरा लंड पेंट में खलबली मचाने लगा और बुआ मेरे सर पर हाथ फेरते हुए बोली कि जा बेटा वो अपने कमरे में ही होगी और शायद अभी तक सोई भी नहीं होगी, जा उससे कुछ बातें कर, मुझे नींद आ रही है और वैसे मुझे कल बाबा के आश्रम जाना है.http://groupchudai.com/

फिर में ऊपर चला गया और मैंने देखा कि शीला जागी हुई थी और वो मुझे देखकर उठकर बैठ गई. फिर मैंने कहा कि यार शीला ज़िंदगी एक ही बार मिलती है तो उसको एंजाय करो, उस एक बात को लेकर कितने दिन तक परेशान रहोगी? मैंने उसे थोड़ा समझाने की कोशिश की और आकर उसके पास में जाकर बैठ गया. फिर वो मेरे कंधे पर सर रखकर फिर से रोने लगी. मैंने उसे शांत कराया और उसका एक हाथ मेरे हाथ में ले लिया और सहलाने लगा और कहा कि तुम ऐसी उदास सी मत रहा करो और जब तुम्हारे पति को तुम्हारे बारे में कुछ चिंता नहीं है तो तुम भी उसके बारे में अब सोचना बंद कर दो और अपनी बेटी की तरफ ध्यान दो.

फिर वो और ज़ोर से सिसक सिसककर रोने लगी और मुझसे और भी चिपक गयी. फिर मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया और उस वक्त थोड़ा में भी उदास सा हो गया था. अब उसका सर अपने दूसरे हाथ से सहलाने लगा और हल्के से मैंने उसका माथा चूम लिया और बोला कि ऐसे नहीं हारते और मैंने उसे फिर से चूम लिया, लेकिन वो कुछ नहीं बोली और फिर मेरी भूख बड़ गयी.
फिर मैंने उसे ऊपर से नीचे तक निहारा और उसके पैर, जांघे, कमर, पेट, बूब्स और फिर मैंने उसका चेहरा उठाया और उसके आँसू साफ किए और उसने उसकी आँखे बंद कर ली थी तो मैंने हल्का सा एक किस उसके गाल पर किया. दोस्तों में क्या बताऊँ कैसा था वो पल? http://groupchudai.com/मेरा लंड पेंट में खड़ा हुआ था और मैंने उसको दूसरे गाल पर किस किया. फिर मैंने उसे ऊपर उठाया और कहा कि क्या हुआ, ऐसी शांत क्यों हो? वो कुछ नहीं बोली और फिर मैंने अपना अंगूठा उसके कोमल गाल, होंठो पर घुमाया तो उसके शरीर में एक अलग सा जोश आ गया और वो अपने होंठो को काटने लगी और मुझसे लिपट गयी.

फिर मैंने पूरे जोश से उसके होंठ पर हल्का सा किस किया और उसके बहुत गरम और नरम होंठ थे और उसके बूब्स भी अब ब्लाउज में से उठे हुए दिख रहे थे. फिर मैंने उसके चेहरे पर से आए हुए कुछ बालों को हटाया और होंठ को किस किया, लेकिन कुछ देर के बाद वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी और हम एक दूसरे के होंठ मानो काट रहे थे. यह किस करीब दो मिनट तक चला और किस करते वक्त मेरा एक हाथ उसकी छाती पर पहुंच गया था और मेरा लंड भी अब बहुत बड़ा हो गया था.

फिर मैंने हाथ उसके पेट और नाभि पर घुमाया और फिर वो अब कुछ ज़्यादा ही सिसकने लगी और मैंने एक और जोश भरा किस किया, जिसमें हम एक दूसरे के मुहं में जीभ डालने लगे और किस करते करते में उसके गाल, गर्दन पर किस करने लगा और मेरा दूसरा हाथ पेट से होकर उसके पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और आँखो से ही ना का इशारा किया, लेकिन मैंने महसूस किया कि असल में उसकी आँखो में एक अलग सी भूख और प्यास थी और फिर उसकी गर्दन पर किस करते वक्त मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और फिर मैंने उसकी चूत पर हाथ लगाकर महसूस किया कि वो बहुत गरम और गीली थी, जैसे ही मैंने उसे हाथ से टटोला तो वो मुझसे कसकर लिपट गयी और बोली कि आहहहह रवि क्या कर रहा है तू? फिर मैंने कहा कि शीला कुछ नहीं तुम बस मज़े लो डार्लिंग और अब में एक हाथ में उसके चेहरे को पकड़कर माथे, गाल, होंठ, गर्दन को चूमता रहा और एक हाथ से उसकी चूत को सहला रहा था.

वो बहुत अजीब सी आवाज़े निकालती रही और थोड़ी देर बाद ऐसे ही चलता रहा. अब उसने मेरे लंड को पेंट के ऊपर से पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी और में उठ गया और मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसकी साड़ी का पल्लू हटाकर उसके बूब्स ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा. फिर वो बोली कि थोड़ा प्यार से रवि बहुत दर्द होता है, यह कहने के बाद ही मैंने उसके होंठ को किस किया और उसका ब्लाउज खोल दिया और उसके बूब्स को ब्रा के अंदर से आज़ाद करके उसे पागलों की तरह चूसने लगा और वो अह्ह्ह्हहह उह्ह्हह्ह की आवाज़े करती रही. फिर मैंने उसकी साड़ी को और पेटीकोट को उतार दिया, वो अब बिल्कुल नंगी हो गयी, बस उसकी जिस्म पर एक पेंटी ही बची हुई थी और वह पागलों की तरह बेड पर तड़पने लगी और मुझसे बोली कि आहह उफ्फ्फ्फ़ रवि में बहुत प्यासी हूँ और बहुत सालों से नहीं चुदी हूँ.

फिर मैंने कहा कि हाँ शीला में वहीं सब तो कर रहा हूँ, वो उठी और अपनी ब्रा की डोरी को पीछे से खोल दिया और मुझे अपने ऊपर लेकर किस करने लगी, वो मेरे कानों को धीरे धीरे काटने लगी और अपने दोनों हाथ मेरी पीठ पर घुमाने लगी और फिर मेरी गर्दन और छाती को किस करने लगी. फिर में भी अब बहुत गरम हो गया था. मैंने उसकी पेंटी को भी उतार दिया और उसकी चूत में अपनी एक उंगली को डाल दिया, वो मुझसे और चिपकने लगी और फिर बोली कि प्लीज अब और मत तरसाओ, चोद दो मेरे भाई, प्लीज आज एक बार चोद दो मुझे.
फिर मैंने उसकी चूत को देखा और चाटने के लिए नीचे गया तो वो बोली कि तू यह क्या कर रहा है?

 मैंने कहा कि अरे बस मज़े लो, ब्लू फिल्म में ऐसा ही होता है. मैंने भी अभी तक बस ब्लू फिल्म में देखा था कि चूत को चाटते है और चाट भी पहली बार रहा था. फिर मैंने उसकी चूत पर जीभ लगाई और उसकी चूत का बहुत अजीब सा नमकीन सा स्वाद था और थोड़ा थोड़ा करके में अपनी जीभ को चूत के अंदर बाहर करने लगा और चूत को हल्का सा काटने, चूसने लगा. मेरे ऐसा करने से शीला मेरे सर को ज़ोर से अपनी चूत पर दबाने लगी और अपने होंठो को काटने लगी और फिर कुछ देर बाद आखिर में मेरे मुहं में झड़ गई और वो पागलों की तरह हाथ पैर पटकने लगी.बेटी सेक्स किया था
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फिर मैंने भी देर नहीं की और उसकी चूत पर लंड रखा और हल्का सा धक्का मारा तो वो एकदम से चिल्ला पड़ी. फिर मैंने उसके होंठो को किस करना चालू रखा और फिर दूसरा धक्का दिया तो मेरा लंड अब आधे से ज़्यादा अंदर चला गया था और जैसे ही मैंने और दो जोरदार धक्के मारे तो मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर जा चुका था, जिसकी वजह से शीला की आँखो में पानी आ गया और में समझ सकता था कि बैचारी बहुत सालों से चुदी नहीं और में धीरे धीरे धक्के मारने लगा तो कभी कभी मेरा लंड बाहर निकल जाता, क्योंकि यह चुदाई मेरी पहली चुदाई थी. फिर बहुत कोशिश करने के बाद मुझे थोड़ा आराम मिला और में शीला को चोदने लगा

और उसी वक्त उसकी गर्दन और होंठो को किस करता रहा और वो भी किस करने लगी और अपने नाख़ून मेरी पीठ पर गड़ाने लगी और कहने लगी कि रवि चोद हाँ उह्ह्ह्ह और ज़ोर से मेरे भाई अहह्ह्हह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर से धक्के दे, मेरी चूत को आज शांत कर दे, इसकी भूख मिटा दे. फिर में लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसे चोदता रहा और करीब आधे घंटे की मस्त चुदाई के बाद जब में झड़ने वाला था तो में और भी ज़ोर से धक्के मारने लगा.
फिर शीला ने मेरी पीठ पर पूरे नाख़ून गड़ा दिए और फिर में उसकी चूत के अंदर ही झड़ गया. दोस्तों आप सभी को क्या बताऊँ उस वक्त मुझे ऐसा लगा कि में ज़न्नत में हूँ, लेकिन इस दौरान शीला भी दो बार झड़ चुकी थी और मेरा लंड अभी तक उसकी चूत में था. फिर मैंने उसके होंठो पर एक ज़ोरदार किस किया और उसकी आँखो में अब एक अजीब सी संतुष्टि थी. फिर उसने मेरा सर चूमा और कहा कि धन्यवाद रवि और में उसके सीने पर सर रखकर पड़ा रहा और मुझे कब नींद आई पता ही नहीं चला.बेटी सेक्स किया था

फिर सुबह जब खिड़की से रोशनी मेरे चेहरे पर आई तो में उठ गया और मैंने देखा कि उस समय 8 बजे है और मेरा लंड अभी तक शीला की चूत के बिल्कुल पास था. मैंने शीला के चेहरे को देखा और अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसे एक गरमा गरम किस करके उठाया तो वह झटपट उठी और बोली कि उठो जल्दी बुआ आश्रम जाने वाली है, उन्हे टिफिन बनाकर देना है, लेकिन उसे पूरी नंगी देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और उसने मुझे अपने ऊपर से हटाया और साड़ी पहनने लगी और बोली कि रवि क्या तुम कल रात चूत के अंदर ही झड़े? तो मेरे हाँ कहने पर वो मुझसे बोली कि तुम नाश्ता करने के बाद मेडिकल से एक गर्भनिरोधक गोली ले आना और मैंने कहा कि ठीक है.

फिर मैंने भी अपने कपड़े पहने और उतरकर नीचे आया और मैंने देखा कि बुआ किचन में खाना बना बना रही है. फिर मैंने बुआ को गुड मॉर्निंग किया और डाइनिंग टेबल पर बैठ गया, शीला आई और बुआ को लिपटकर उसने गुड मॉर्निंग किया, शीला आज बहुत खुश नज़र आ रही थी और वो बुआ को उनके काम में मदद करने लगी. फिर बुआ बोली कि अरे में खुद तुम लोगों को उठाने के लिए ऊपर आने वाली थी. बेटी सेक्स किया था

Maine choda behen ko वैसे दोस्तों वो दिखने में बहुत ही सुंदर है और वो मुझसे एक साल छोटी है करीब 22 साल, उसका नाम प्रियंका है और में उसके बारे में क्या बताऊँ वो बहुत सेक्सी है, एकदम साफ रंग ऊपर से जब वो टी-शर्ट पहनती है तो उसके गोल गोल बूब्स देखकर तो में बिल्कुल ही पागल हो जाता हूँ और कभी कभी जब वो गहरे गले की टी-शर्ट पहनती थी और में अपनी बालकनी में खड़ा होता था तो में तो बस उसके बड़े बड़े बूब्स की लाइन ही देखता रहता था और उसकी गोल गांड के तो क्या कहने? Maine choda behen ko

Maine choda behen ko
Maine choda behen ko


में जब भी उसकी गांड को देखता तो मेरा मन करता था कि बस उसी समय उसके कपड़े उतारकर उसे चोदना शुरू कर दूँ, लेकिन यह सब मुमकिन नहीं हो पता था, तो मुझे उसकी चुदाई करने की सारी तड़प अपनी गर्लफ्रेंड पर उतारनी पड़ती या मजबूरी में मुठ Maine choda behen ko मारनी पड़ती थी, लेकिन उससे बुरी बात तो यह थी कि वो अब मुझे भैया बोलने लगी थी, जो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं था, लेकिन दोस्तों अगर कोई लड़की आपको भाई बोलती है तो उसका सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि आप उससे कभी भी जब मर्ज़ी हो मिलने जा सकते हो और उसे कहीं भी बुला सकते हो और अगर सब कुछ ठीक रहा तो आप कभी भी उसे चोद भी सकते हो और आपके ऊपर किसी को शक भी नहीं होगा.

दोस्तों जब से वो जवान हुई थी में तो उसे चोदने के सपने देखने लगा और में दिन रात उसके बारे में सोचने लगा. में उसके बारे में सोच सोचकर एकदम पागल होने लगा था, लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि अगर मैंने कुछ किया तो उसका रिज़ल्ट क्या होगा? फिर भी में Indian Housewife Ki Housefull Chudai तो कभी कभी थोड़ी थोड़ी कोशिश करता रहता था, जैसे कि जब में उसके घर जाता था तो उसके साथ बैठने की कोशिश करता था.  http://groupchudai.com/ उसके हाथ पर अपना हाथ रख देता था या उसे घूरता रहता था, लेकिन उसकी तरफ से कभी भी कोई ऐसा जवाब नहीं आया कि जिससे मुझे लगे कि वो भी मुझसे चुदना चाहती है, लेकिन मुझे उससे क्या लेना, मुझे तो बस उसे चोदना था?
एक दिन हुआ यह कि में अपने कॉलेज के पेपर की तैयारी कर रहा था और में उस समय कॉलेज के आखरी साल में था, उस वक़्त प्रियंका भी अपने दूसरे साल के पेपर की तैयारी कर रही थी. वो अक्सर मेरे पास अपनी समस्या लेकर आती रहती और में उसकी मदद किया करता था. में कई बार मज़ाक मज़ाक में उसे पढ़ाते वक़्त उसके बूब्स और गांड पर हाथ मार दिया करता था, लेकिन वो मुझे कभी कुछ नहीं बोलती थी, शायद वो मुझे अपना भैया समझती थी.
फिर हुआ यह कि प्रियंका के पापा का ऑफिस दिल्ली के बाहर है और इसलिए वो हर रोज अप-डाउन करने की बजाए कभी कभी वहीं पर रुक जाते है और घर नहीं आते और फिर हमारे पेपर शुरू होने के ठीक एक हफ़्ता पहले एक दिन प्रियंका की मम्मी हमारे घर पर आई और उन्होंने बोला कि उनके भाई मतलब प्रियंका के मामा की तबीयत अचानक से बहुत खराब हो गई है और उन्हे और उनके पति को वहां पर जाना पड़ रहा है और वो प्रियंका को अपने साथ नहीं ले जा सकते, क्योंकि उसके पेपर शुरू होने वाले थे और फिर उन्होंने बोला कि आप लोग प्लीज उसका ध्यान रखना और कभी कभी गुरु को प्रियंका के पास भेज देना ताकि वो उसे पढ़ा दे और उस वजह से प्रियंका को अकेलापन भी महसूस नहीं होगा. तो में एक तरफ खड़ा खड़ा यह सारी बातें सुन रहा था और मन ही मन बहुत खुश हो रहा था, अब मुझे लग रहा था कि शायद अब में प्रियंका को चोदने का अपना ख्वाब पूरा कर सकता हूँ.

तो अगले दिन जब में कॉलेज से वापस आया तो में बहुत खुश था, क्योंकि में जानता था कि आज प्रियंका घर पर एकदम अकेली है और आज मेरे पास पूरा मौका है उसे चोदने का, लेकिन में अब भी यही सोच रहा था कि में यह सब कैसे करूँगा? और फिर सोचते सोचते शाम पड़ गई और तब तक प्रियंका भी घर पर आ चुकी थी तो मैंने मम्मी से बोला कि आप प्रियंका और मेरा खाना पेक कर दो में उसके साथ ही खा लूँगा. तो मम्मी ने बोला कि ठीक है. दोस्तों प्रियंका मुझे हमेशा भैया बोलती थी तो इसलिए हम पर कोई भी ऐसे शक नहीं कर सकता था और फिर उसके बाद रात को 9 बजे मैंने खाना पेक करके प्रियंका के घर की घंटी बजाई और जब उसने दरवाजा खोला तो में तो बस उसे देखता ही रह गया. उसने आज एक बहुत छोटी सी स्कर्ट, एकदम टाईट टी-शर्ट पहन रखी थी. http://groupchudai.com/
में तो उसकी गोरी गोरी जांघे देखता ही रहा फिर में अंदर गया और में पीछे से उसकी उठी हुई स्कर्ट में से उसकी जांघे झाँकने लगा, लेकिन कुछ ज्यादा नज़र नहीं आ रहा था और अब में उसके बूब्स को घूरने लगा जो उस टी-शर्ट में एकदम सेक्सी लग रहे थे. फिर Maine choda behen ko मैंने प्रियंका को खाना दिया और उसे प्लेट में डालकर लाने को बोला और में टीवी चलाकर बैठ गया. मैंने टीवी पर सारे चेनल चला दिए, लेकिन किसी पर भी कोई सेक्सी फिल्म नहीं आ रही थी तो मैंने टीवी को बंद कर दिया. फिर प्रियंका ने पूछा कि भैया आपने टीवी क्यों बंद कर दिया? तो मैंने बोला कि उस पर कुछ नहीं आ रहा था और मैंने उससे पूछा.
में : और बता क्या चल रहा है?
प्रियंका : सब मस्त है भैया आप बताओ आपका क्या हाल है, क्या पेपर की तैयारी हो गई?
में : नहीं यार, मेरा तो आज कल कहीं मन ही नहीं लगता.
प्रियंका : क्यों भैया ऐसा क्या हुआ?
में : पता नहीं यार, आज कल कहीं दिल नहीं लगता, पता नहीं क्या बात है?
प्रियंका : क्या में बताऊ भैया आपको क्या हुआ है?
में : हाँ जल्दी बताओ?
प्रियंका : शायद आपको कोई पसंद आ गया है और यह सब प्यार में ही होता है. (वो मंद मंद मुस्कुरा रही थी)
में : हाँ शायद तू बिल्कुल सही कह रही है, आजकल तो में बस उसके ही सपने देखता रहता हूँ और हमेशा उसी के बारे में सोचता रहता हूँ.
प्रियंका : वो कौन है भैया प्लीज मुझे भी बताओ ना?
में : कोई नहीं है तू अपना खाना खा और पढ़ाई कर.
प्रियंका : नहीं भैया मुझे नहीं पढ़ना, प्लीज पहले आप मुझे बताओ ना कौन है?
में : अच्छा तू खाना खा ले जब हम पढ़ने लगेंगे तो में तुझे पक्का बताऊंगा.
प्रियंका : क्या पक्का वादा? Maine choda behen ko
में : हाँ पक्का वादा.
प्रियंका : फिर ठीक है.
फिर उसके बाद प्रियंका वहां से उठी और चली गई और फिर थोड़ी देर बाद प्रियंका ने मुझसे बोला कि वो नहाने जा रही है. तो मैंने उससे बोला कि ठीक है, लेकिन थोड़ा जल्दी आ जाना फिर हम पढ़ना शुरू कर देंगे. तब मैंने मन ही मन सोचा कि आज में इसको सब सच सच बता दूँगा और अगर सब ठीक रहा तो आज इसकी जमकर चुदाई भी कर दूँगा और फिर मैंने भी अपने घर पर जाकर बोल दिया कि आज में लेट ही आऊंगा, क्योंकि मुझे आज प्रियंका को पढ़ना है.
मम्मी ने मुझसे बोला कि तो तू वहीं पर सो जाना और अब मेरे तो जैसे लॉटरी लग गई, मैंने मम्मी को झट से हाँ बोल दिया और जल्दी से वापस प्रियंका के घर चला गया और उसके बाद में सीधा प्रियंका के रूम में कुछ किताब लेने के लिए चला गया, उसका दरवाजा खुला हुआ था और मैंने बस अभी तक हल्का सा दरवाजा खोला था और मेरी नज़र जब रूम में पड़ी तो में तो पूरी तरह से हिल गया. मैंने अंदर की तरफ देखा कि प्रियंका सिर्फ़ एक टावल को लपेटकर खड़ी हुई थी और शायद वो कुछ ढूंड रही थी. में तो बस पीछे से उसकी गोरी गोरी जांघे देखने लगा और उसकी गांड भी बहुत बाहर की तरफ निकली हुई थी, कसम से अब तो में और भी पागल होता जा रहा था और मेरा लंड भी अब पूरा खड़ा हो चुका था और मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि में अब क्या करूं?
तभी मैंने देखा कि उसने अलमारी में से अपनी एक काली कलर की ब्रा-पेंटी निकाली जो की बहुत सेक्सी थी और देखकर लग रहा था कि शायद वो वहीं पर चेंज करेगी, लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया बल्कि वो तो बाथरूम की तरफ जाने लगी थी तो मुझसे अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैंने दरवाजा खोला और जानबूझ कर उसके रूम में ग़लती से अंदर जाने की एक्टिंग करने लगा. तो वो अचानक से डर गई और मैंने उसे देखते ही सॉरी बोला.
प्रियंका बोली कि भैया अपने तो मुझे डरा ही दिया था. मैंने उससे कहा कि में कुछ किताब लेने अंदर आया था. में उसके हाथ की तरफ देख रहा था, उसके हाथ में उसकी ब्रा और पेंटी थी. जब उसने इस बात पर गौर किया तो उसने झट से अपनी ब्रा-पेंटी को अपनी गांड के पीछे छुपा लिया. मेरा तो बस मन कर रहा था कि उसको यहीं पर लेटाकर चूमना, चाटना शुरू कर दूँ और अब वो भी थोड़ा शरमाने लगी थी, क्योंकि वो मेरे सामने सिर्फ़ एक टावल में खड़ी हुई थी. तो मैंने उससे बोला कि शरमाने की कोई बात नहीं है तुम जाकर चेंज कर लो, में बाहर तुम्हारा इंतजार करता हूँ. यह बात सुनकर उसने मुझे स्माइल दी और जैसे ही वो बाथरूम की तरफ चलने लगी तो अचानक उसका टावल अलमारी के हेंडल में अटक गया और एक ही झटके में वो टावल उसके शरीर से अलग हो गया और जो मैंने उसके बाद देखा.
दोस्तों वो में आपको शब्दो में भी बया नहीं कर सकता, क्योंकि वो ठीक मेरे सामने एकदम नंगी खड़ी हुई थी और उसके मोटे मोटे बूब्स मेरे सामने थे, जिन्हे में पूरा दिन रात चूसने के सपने देखता था और उसकी गुलाबी चूत देखकर तो में पागल ही हो गया और मेरा लंड भी अब मेरी पेंट फाड़कर बाहर आने लगा था. तो उसने मेरे लंड के बड़ते हुए आकार को महसूस कर लिया था और फिर करीब 30 सेकिंड तक उसे समझ में नहीं आया कि वो अब क्या करे? उसके बाद जब वो थोड़ा झुककर टावल उठाने लगी तो तब तक बहुत देर हो चुकी थी में सीधा उसके पास गया और उसे अपने गले से लगा लिया और बोला कि प्रियंका में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो में तुम्हारे बिना नहीं जी सकता. तो उसने अपने आपको मुझसे छुड़वाया और अपना टावल उठाकर लपेट लिया और बोला कि नहीं भैया ऐसा नहीं हो सकता क्या आप पागल हो गए हो और यह आप क्या बोल रहे हो?
फिर मैंने बोला कि में जो भी बोल रहा हूँ वो सब सच बोल रहा हूँ. उसने बोला कि अगर किसी को पता चल गया तो सब क्या बोलेंगे? तो मैंने कहा कि किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा और किसी को बताएगा भी कौन? यह बात हम दोनों के बीच में ही रहेगी. तो उसने बोला कि नहीं भैया प्लीज आप ऐसा मत सोचो, यह सब बिल्कुल ग़लत है. फिर मैंने बोला कि इसमे कुछ ग़लत नहीं है और फिर मैंने धीरे धीरे उसको अपनी तरफ खींचना शुरू कर दिया.
पहले तो वो मेरा विरोध करती रही, लेकिन जब मैंने ज़बरदस्ती अपने होंठो को उसके होंठो पर रखे तो थोड़ी ही देर बाद वो जोश में आकर मेरा साथ देने लगी और मुझे भी अब लगा कि लोहा गरम हो गया है तो मैंने भी धीरे धीरे उसका टावल खींचना शुरू कर दिया, पहले तो वो मेरा हाथ हटाती रही लेकिन जब मैंने उसे खींचकर बेड पर लेटाया और उसके गुलाबी होंठो को चूसने लगा तो वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी और फिर मैंने उसका टावल उसके शरीर से एक बार फिर से अलग कर दिया. अब वो मेरी बाहों में बिल्कुल नंगी पड़ी थी. में उसकी चूत देखकर पागल हुआ जा रहा था. फिर में एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा और में एक हाथ उसकी चूत पर रखकर उसे मसलने लगा. Maine choda behen ko
फिर वो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई और सिसकियों की आवाजें निकालने लगी, लेकिन में उसके होंठो को लगातार चूसता रहा जिसकी वजह से उसकी आवाज़ बाहर नहीं निकली और फिर मैंने उसके बूब्स को चूसना शुरू किया और मैंने बहुत बार उसके निप्पल पर भी काटा जिससे वो एकदम मचल जाती थी और फिर में धीरे धीरे चूमते चाटते नीचे जाने लगा. उसका पेट कांप रहा था और उसे भी अब सेक्स चड़ने लगा था और उसके बाद मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया.
फिर मैंने देखा कि अभी तक उसकी आँखे बंद थी और उसने मेरे लंड को नहीं देखा था. फिर मैंने उसके दोनों पैरों को फैला दिया और मैंने देखा कि वो अभी तक पूरी तरह से वर्जिन थी, शायद उसने आज तक अपनी चूत में उंगली भी नहीं की थी. फिर मैंने अपनी जीभ के साथ उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया, वो पूरे मज़े के साथ हवा में उछलने लगी और आवाज़े निकालने लगी प्लीज भैया ऐसा मत करो अहाहहह आईईई, लेकिन कुछ देर बाद ही वो मुझसे कहने लगी अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बहुत मज़ा रहा उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह प्लीज थोड़ा और अंदर करो प्लीज भैया और अंदर अह्ह्हह्ह्ह्ह.
उसके मुहं से यह आवाज़े सुनकर मुझमें भी अब जोश आ गया और में अपनी पूरी जीभ उसकी चूत में डालकर अंदर बाहर करने लगा. तो वो बोलने लगी कि भाई अह्ह्ह्ह मुझे कुछ हो रहा है आऐईईई अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो अआह्ह्ह रहा प्लीज भैया रूको, लेकिन में नहीं रुका और उसकी चूत को लगातार चूसता, चाटता रहा और उसी वक़्त वो झड़ गई और उसने अपना सारा माल अपनी चूत से बाहर निकाल दिया. तो मैंने एक टिश्यू पेपर लेकर उसकी चूत को साफ किया और फिर मैंने अपना लंड अपने हाथ में पकड़ा और उससे बोला कि अब जानेमन तुम्हारी बारी है और मैंने उसे इशारे में अपना लंड चूसने को बोला.
पहले उसने साफ साफ मना किया, लेकिन मैंने उसे बहुत देर तक समझाया और उससे थोड़ी सी ज़बरदस्ती की और उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया और फिर वो भी बड़े मज़े से मेरा लंड चूसने लगी. दोस्तों में क्या बताऊँ में तो उस समय जैसे सातवें आसमान पर था, वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे मानो कोई छोटा बच्चा आईसक्रीम खा रहा होता है. वो अपनी पूरी जीभ को मेरे लंड के टोपे पर घुमा रही थी और थोड़ी ही देर के बाद में भी झड़ गया. वो लंड पर से अपना मुहं हटाना चाहती थी, लेकिन मैंने मजबूती से उसका सर पकड़ लिया और सारा माल उसके मुहं में ही निकाल दिया और फिर बाद में उसने उसे थूक दिया. Maine choda behen ko
फिर हम एक दूसरे के साथ ऐसे ही नंगे लेटे हुए थे और वो फिर से मेरे लंड को अपने हाथों से दोबारा सहलाने, दबाने लगी. तो में भी झट से समझ गया कि अब यह मुझसे चुदना चाहती है और अब आज मेरा भी सपना पूरा होने वाला था.
फिर उसने थोड़ी देर मेरा लंड सहलाया और वो तनकर खड़ा हो गया. फिर मैंने उसके दोनों पैरों को खोलकर अपने पेट पर घुमा दिया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया और एक तेल की बोतल अपने पास रख ली, लेकिन वो अब बहुत डर रही थी और बोल रही थी कि भैया प्लीज रहने दो हम फिर कभी कर लेंगे, आपका लंड बहुत बड़ा है यह मेरे अंदर नहीं जाएगा, लेकिन में कहाँ मानने वाला था?
मैंने तेल की बोतल खोली और उसकी चूत को पूरा तेल के साथ भर दिया ताकि लंड आसानी से अंदर चला जाए और थोड़ा सा तेल अपने लंड पर भी लगा लिया और फिर उसके बाद मैंने अपने लंड का टोपा उसकी चूत के मुहं पर रखकर एक ज़ोरदार धक्का मारा और उसके मुहं से एक बहुत तेज़ चीख निकली आअहहह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह मर गई, इसे बाहर निकालो प्लीज, नहीं तो में मर जाउंगी, प्लीज भैया ऊईइइइईईईई माँ, भैया प्लीज मुझ पर थोड़ा तरस खाओ, Maine choda behen ko प्लीज अह्ह्हह्ह्ह इसे बाहर निकालो, लेकिन में कहाँ रुकने वाला था और मैंने एक और धक्का लगा दिया जिसकी वजह से वो और बहुत तेज़ छटपटाने लगी, उसने छूटने की बहुत कोशिश की लेकिन मैंने उसे अपने पैरों के साथ जकड़ लिया था और उसके मुहं पर अपना मुहं रखा था ताकि उसकी आवाज़ बाहर ना निकल सके. Maine choda behen ko
फिर में थोड़ी देर तक एक जगह पर रुका रहा और मैंने नीचे की तरफ देखा तो उसकी चूत में से खून निकल रहा था, शायद वो वर्जिन थी और यह उसकी पहली चुदाई थी इसलिए खून चूत से बाहर निकला होगा और थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए और जब उसकी आवाज़ कम हो गई तो मैंने उसके मुहं से अपना मुहं हटा लिया और उसकी चूत में पूरे ज़ोरदार धक्के मारने लगा और अब उसे भी मज़ा आने लगा था वो भी अब मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी. हमारी आवाज़े पूरे कमरे में गूँज रही थी और में उससे बोल रहा था कि प्रियंका में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और मैंने हमेशा से तुम्हे ऐसे ही चोदना चाहता था. Maine choda behen ko
प्रियंका भी बोल रही थी कि हाँ भैया में भी आपसे बहुत प्यार करती हूँ और अब उसकी सिसकियाँ भी बड़ने लगी थी और वो बोल रही थी कि भैया थोड़ा और ज़ोर से करो अह्ह्हह्ह्ह्ह हाँ आज इसमें पूरा अंदर डाल दो अपना लंड उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ हाँ बहुत मज़ा आ गया, भैया प्लीज आज मुझे अपनी बना लो और हमेशा मुझे ऐसे ही चोदते रहना.

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